नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र शनिवार को चक्रवाती तूफान गुलाब में तब्दील हो गया। आईएमडी के तूफान चेतावनी प्रभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और रविवार शाम को उत्तरी आंध्र प्रदेश के कलिंगपत्तन और दक्षिणी ओडिशा के गोपालपुर तट के बीच से गुजरने की संभावना है।
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट : उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा के लिए तूफान की चेतावनी जारी की गई है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि बहुत खराब मौसम होने की चेतावनी ऑरेंज अलर्ट के रूप में दी जाती है और इस दौरान सड़क और रेल यातायात बंद होने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की आशंका होती है।
ओडिशा के 7 जिलों में हाई अलर्ट: उत्तरी आंध्र प्रदेश और उससे लगे दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में राहत और बचाव के लिए प्रशासन मुस्तैद नजर आ रहा है। NDRF और ODRAF ने ओडिशा के 7 जिलों में गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल में अपनी टीमें तैनात कर दी है। लोगों से निचले इलाकों से बाहर निकलने की अपील की गई है।
आंध्र में क्या है इंतजाम : विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को राहत शिविरों में स्थानांतरित करने की को योजना बनाई गई है। श्रीकाकुलम में एनडीआरएफ के दो दलों को तैनात किया गया है जहां चक्रवात का अधिक प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा विशाखापत्तनम में एक दल को तैनात किया गया है।
विशाखापत्तनम में एसडीआरएफ के एक दल को भी आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने इन जिलों के मछुआरों से 27 सितंबर तक समुद्र में न जाने को कहा है।
क्या होगी हवा की रफ्तार : आईएमडी ने कहा कि उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना कम दबाव का क्षेत्र ताकतवर होकर चक्रवाती तूफान गुलाब में तब्दील हो गया है। इस वजह से यहां 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।