BJP ने गुपकर घोषणा-पत्र गठबंधन को ‘गुप्तचर गठबंधन’ बताया, कांग्रेस पर भी साधा निशाना

Webdunia
सोमवार, 16 नवंबर 2020 (14:46 IST)
नई दिल्ली। भाजपा ने जम्मू एवं कश्मीर के राजनीतिक दलों के गुपकर घोषणा-पत्र गठबंधन में कांग्रेस के शामिल होने की आलोचना करते हुए सोमवार को इसे ‘गुप्तचर गठबंधन’ करार दिया और कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य अनुच्छेद 370 बहाल करना है जो पाकिस्तान चाहता है।
 
पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अब जबकि कांग्रेस गुपकर गठबंधन में शामिल हो गई है, तो उसे यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला के उस बयान का समर्थन करती है जिसमें उन्होंने अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए कथित तौर पर चीन से मदद की बात की थी।
 
पात्रा ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के तिरंगा नहीं उठाने संबंधी बयान पर भी कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। उन्होंने कहा कि ये गुपकर है या गुप्तचर है? ये कौन-सा गठबंधन है? ये गुप्तचर गठबंधन क्या चाहता है?... ये वही चाहता है जो पाकिस्तान चाहता है, जो हिन्दुस्तान के दुश्मन देश चाहते हैं।’’
 
उन्होंने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास ओर सबका विश्वास’ के सपने का आगे बढ़ाते हुए जम्मू एवं कश्मीर के विकास में लगे हुए हैं वहीं कुछ राजनीतिक दल ऐसे हें जो देश का ‘अहित’ सोचते हैं। पात्रा ने कहा कि गुपकर गठबंधन को मुख्य उद्देश्य अनुच्छेद 370 को रोकना है।
 
उन्होंने कहा कि ये बहुत ही धिक्कार का विषय है। ये कोई चीन और पाकिस्तान का कानून नहीं है जिसे वे रोकना चाह रहे हैं। ये हिन्दुस्तान का कानून है और इसे यहां की संसद ने बनाया है और लोकतांत्रिक तरीके से बनाया है।
 
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गुपकर गठबंधन में शामिल एक दल के नेता फारुक अब्दुल्ला कहते हैं कि वह चीन के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 वापस लाएंगे जबकि दूसरे दल की नेता महबूबा मुफ्ती कह रही है कि वह तिरंगा नहीं उठाएंगी और ना ही उठाने देंगी।
 
उन्होंने कहा कि एक चीन के साथ मिलना चाहता है और दूसरा तिरंगा नहीं उठाना चाहता है। इन सबके बीच पी. चिदम्बरम कहते हैं कि अनुच्छेद 370 हटाना अनुचित है और हम इसकी वापसी चाहते हैं। ये सब जुड़े हुए हैं। पाकिस्तान भी यही चाहता है। पाकिस्तान ने हर मंच पर अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के खिलाफ आवाज बुलंद की है। हर जगह कह रहा है कि अनुच्छेद 370 हटना अच्छी बात नहीं है। इसे वापस किया जाना चाहिए, यह कहते हुए वह संयुक्त राष्ट्र तक चला गया। ये गुप्तचर अलायंस भी वहीं कह रहा है। उसमें राहुलजी और सोनियाजी सम्मिलित हैं।
 
भाजपा नेता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछा कि क्या वे अब्दुल्ला ओर महबूबा मुफ्ती के बयानों के साथ हैं या उसके खिलाफ। उन्होंने पूछा कि आप इनको खारिज करते हैं या समर्थन करते हैं। आप इन वाकयों के साथ खड़े हैं या विरोध में खड़े हैं।
पात्रा ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी के उस बयान का हवाला देते हुए राहु्ल गांधी पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने बिहार चुनाव में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए पूर्व पार्टी अध्यक्ष पर निशाना साधा और उन्हें कथित तौर पर ‘पिकनिकिंग प्रेसिडेंट’ कहा था।
 
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता ने राहुल गांधी को कहा है ‘चुप कर’...ओर ये यहां चले हैं बनने गुपकर‘ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिसका स्पर्श करते हैं उसका वजूद समाप्त हो जाता है। 
 
आप साइकिल पर बैठे आज साइकिल का क्या हाल है सभी जानते हैं। बाद में आपको साइकिल के कैरियर से उतारना पड़ा। आप लालटेन के पास बैठे, वह बुझ गया। आज आपके साथी भी कह रहे हैं। हम तो शुरू से कह रहे हैं आप एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट) हैं। आज शिवानंद तिवारी कह रहे हैं आप नन परफार्मिंग पिकनिकंग प्रेसीडेंट हैं। पीडीपी अध्यक्ष मुफ्ती, गुपकर घोषणा-पत्र गठबंधन की उपाध्यक्ष हैं और नेशनल कांफ्रेस के फारूक अब्दुल्ला इसके अध्यक्ष हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख