नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त को खत लिखकर करगिल के एक शहीद की बेटी को सुरक्षा देने की मांग की है। करगिल शहीद की बेटी ने आयोग से शिकायत की थी कि उसे कथित तौर पर एबीवीपी सदस्य ‘बलात्कार की धमकी’ दे रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर (24) ने डीसीडब्लू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से मुलाकात कर दावा किया कि उसे सोशल मीडिया पर कथित तौर पर एबीवीपी सदस्य दुष्कर्म की धमकी दे रहे हैं। करगिल शहीद कैप्टन मनदीप सिंह की बेटी गुरमेहर ने रामजस कॉलेज में हिंसा के बाद ‘मैं एबीवीपी से नहीं डरती’ अभियान की शुरुआत की थी। ये अभियान वायरल हो गया और देशभर के विश्वविद्यालयों के छात्रों से इसे भारी समर्थन मिला।
इस हरकत को ‘शर्मनाक’ करार देते हुए मालीवाल ने दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनाइक को चिट्ठी लिखकर ‘बदसलूकी’ करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और छात्रा तथा उसके परिजन को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
उन्होंने कहा कि ‘उससे (गुरमेहर से) ऑनलाइन काफी बदसलूकी की गई और दुष्कर्म की धमकी दी गई। उसकी शिकायत अपने आप में काफी कुछ कहती है और दुष्कर्म की धमकी तथा गाली-गलौज के कई स्क्रीनशॉट इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं।
मालीवाल ने अपने खत में लिखा कि स्थिति और मिलने वाली धमकियों की गंभीरता को देखते हुए ये अनुशंसा की जाती है कि लड़की और उसके परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए तथा बदसलूकी करने वालों के खिलाफ फौरन एफआईआर दर्ज की जाए।
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि एक मजबूत और स्वतंत्र युवा लड़की को हुड़दंगियों के खिलाफ खड़े होने पर धमकी और गाली दी जाती है। यह बेहद व्याकुल करने वाला है कि इन धमकियों को ऐसा लगता है कि कुछ हस्तियों और नेताओं का भी मूक समर्थन प्राप्त है।
कौर ने पिछले हफ्ते अपनी फेसबुक प्रोफाइल तस्वीर बदल कर एक दूसरी तस्वीर लगाई थी जिसमें वो एक प्लकॉर्ड लिए दिख रही थी जिस पर लिखा था कि मैं दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं। भारत का हर छात्र मेरे साथ है। हैशटैग एबीवीपी के खिलाफ छात्र।
उसके सहपाठी और सहयोगियों ने इस पोस्ट को शेयर करना शुरू कर दिया जिसके बाद देश भर के विश्वविद्यालयों में छात्रों ने ऐसे ही प्लकॉर्ड के साथ अपनी प्रोफाइल पिक्चर लगाई। हालांकि कुछ लोगों ने साहित्य की छात्रा की टिप्पणी की आलोचना की, इनमें पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा भी शामिल है जिन्होंने उसे ‘राजनीतिक मोहरा’ करार दिया।
आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए गुरमेहर ने कहा कि अपने अभियान को लेकर आए बयानों से मैं सच में बेहद निराश हूं खासकर ‘प्रसिद्ध’ लोगों की टिप्पणी से जो मेरे राष्ट्रवाद पर सवाल उठा रहे हैं। दो चीजे जो मैं स्पष्ट करना चाहती हूं वह यह कि वह मेरे देशभक्ति के विचार को नहीं समझ रहे हैं और ये छात्र अभियान राजनीतिक आंदोलन नहीं है।
गुरमेहर ने कहा कि यह इस बारे में है कि छात्र और हमारे परिसर हिंसक धमकियों से मुक्त रहें। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन-सा संगठन ये धमकियां दे रहा है। कोई किसी को बलात्कार की धमकी नहीं दे सकता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह कहां से आता है या उसकी पृष्ठभूमि क्या है। (भाषा)