नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस नेतृत्व को 'पंज प्यारे' कहने पर मुसीबत में फंसे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने अपनी गलती का प्रायश्चित गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं के जूते साफ कर किया।
हालांकि कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने इस मामले में अपनी गलती स्वीकार कर ली थी और माफी भी मांग ली थी। उन्होंने कहा था कि वे गुरुद्वारे में प्रायश्चित स्वरूप सफाई करेंगे। इसी कड़ी में रावत ने उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में खटीमा के पास नानकमत्ता गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं के जूते साफ किए।
क्या कहा था रावत ने : दरअसल, रावत ने गत मंगलवार को चंड़ीगढ़ में पंजाब कांग्रेस भवन में हुई बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और 4 कार्यकारी अध्यक्षों को 'पंज प्यारे' कहा था, जबकि सिख पंथ में गुरु गोविंद सिंह के 5 प्यारों के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
विवाद बढ़ने के बाद बुधवार को अपने फेसबुक पेज पर रावत ने 'पंज प्यारे' टिप्पणी के लिए गलती मान ली। उन्होंने कहा कि मैंने भी पंच प्यारे शब्द का इस्तेमाल कर गलती की है। उन्होंने कहा कि मुझसे यह गलती हुई है, मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं।