श्रीनगर। श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ताजा हिमपात और खराब दृश्यता के कारण लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी हवाई यातायात स्थगित रखा गया। हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि यहां लगातार दूसरे दिन भी ना तो कोई विमान उतरा और ना ही उड़ान भरी। उन्होंने बताया कि रनवे बर्फ से भरा हुआ है जब तक हिमपात नहीं रूकेगा तब तक सफाई का काम भी नहीं शुरु किया जा सकता।
इसके साथ ही दृश्यता भी काफी खराब है जिसके कारण सुबह हवाई यातायात स्थगित करना पड़ा। उन्होंने बताया कि बुधवार को भी रूक-रूक कर बर्फबारी और खराब दृश्यता के कारण यहां ना तो कोई विमान उतरा और ना ही यहां से किसी विमान ने उड़ान ही भरी। पिछले एक पखवाड़े के दौरान दूसरी बार श्रीनगर हवाईअड्डे पर हवाई उड़ानें प्रभावित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि मौसम में सुधार के बाद ही हवाई यातायात फिर से शुरू किया जाएगा। इस बीच भूस्खलन, चट्टानों के खिसकने और बर्फबारी के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग आज दूसरे दिन भी बंद रहा। उधर लोगों ने आरोप लगाया कि हाइवे बंद होने और हवाई यातायात बाधित होने के बाद सभी विमान कंपनियां अपना किराया बढ़ा रही हैं।
राज्यपाल सत्य पाल मलिक ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान उनके साथ विमान सेवा में वृद्धि का मुद्दा उठाया था जिसमें कहा गया था कि एयरलाइनों की ओर से दिल्ली से श्रीनगर तक 24,000 से 28,000 रुपए तक का किराया लिया जा रहा है। राज्यपाल के सलाहकार खुर्शीद अहमद गनी ने भी श्रीनगर में तैनात विभिन्न एयरलाइनों के प्रतिनिधियों के साथ विमान किराया मुद्दा उठाया है।
बहरहाल श्रीनगर को खराब मौसम से राहत मिलने के आसार नहीं दिखाई देते क्योंकि मौसम वैज्ञानिकों ने यहां अगले 24 घंटों के दौरान बारिश होने का पूर्वानुमान भी व्यक्त किया है।