नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को कहा कि अगले 5 सालों में राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत और दुर्घटना वाले स्थलों को दुरुस्त करके सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को दुर्घटनारहित बनाया जाएगा।
गडकरी ने यहां सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत करते हुए कहा कि देश में हर साल 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं जिनमें करीब डेढ लाख लोग मारे जाते हैं और कम से कम 3 लाख लोगों का अंग भंग हो जाता है। केंद्र सरकार ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर 'सड़क सुरक्षा' सप्ताह की शुरुआत की जिसमें लोगों को सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक बनाया जाएगा।
गडकरी तथा गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तथा विज्ञान और तकनीकी मंत्री हर्षवर्धन ने सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की और इस मौके पर एक कार रैली को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान लोगों को रैली तथा अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से सड़क पर सुरक्षित यात्रा के बारे में जागरूक किया जाएगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इससे पहले 12 'सड़क सुरक्षा' सप्ताह आयोजित कर चुका है।
13वें सड़क सुरक्षा सप्ताह में कार रैली के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। रैली उन ऐतिहासिक स्थलों के होकर गुजरेगी, जो महात्मा गांधी के जीवन से जुड़े हैं। यह रैली पिछले वर्ष 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर प्रारंभ किए गए समारोहों का हिस्सा है।
रैली भारत में साबरमती, पोरबंदर, दांडी, यरवदा, सेवाग्राम, जबलपुर, लखनऊ, गोरखपुर, चौरी चौरा, चंपारण, शांति निकेतन और कोलकाता से होते हुए बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचेगी और 24 फरवरी को म्यांमार के यांगून पहुंचेगी। रैली 7,250 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
रैली की एक प्रमुख विशेषता इसका खंभात की खाड़ी को रो-रो वेसल से पार करना है। इस रैली को विदेश मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय आदि से सहयोग मिल रहा है। यह रैली जिन राज्यों से होकर गुजरेगी, वहां रैली की अगवानी करने और उसे आगे बढ़ने के लिए झंडी दिखाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
कार्यक्रम का मकसद महात्मा गांधी के बहुमूल्य विचारों का प्रचार-प्रसार करना है। बांग्लादेश और म्यांमार में 'ड्राइव फॉर पीस' रैली की थीम होगी। यह रैली सुरक्षित वाहन चलाने के संदेश देगी और इसको लेकर कार रैली में संदेश भी लिखे होंगे।