दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग के मुद्दें पर बेहद अक्रामक रहने वाले गृहमंत्री अमित शाह अब चुनाव में मिली करारी हार के बाद नरम नजर आ रहे है। गुरुवार को एक टीवी चैनल से बात करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जिसको भी नागारिकता कानून को लेकर कोई समस्या है वह मेरे ऑफिस से समय लें, मैं तीन दिन के अंदर उनसे मिलूंगा और चर्चा करूंगा, इसमें शाहीन बाग के लोग भी आ सकते है सबका स्वागत है।
इसके साथ ही गृहमंत्री ने शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों पर नरम रूख दिखाते हुए कहा कि लोकतंत्र में शांति पूर्ण प्रदर्शन करना सबका अधिकार है और हम इसको मार भी कैसे सकते है। हलांकि गृहमंत्री ने कहा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और लोगों की गड़ियां जलाने वाले प्रदर्शन में अंतर है और किसी को भी प्रदर्शन के नाम कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
वहीं कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह शाहीन बाग को लेकर अपने करंट वाले बयान पर बैकफुट पर दिखाई दिए और कहा कि विपक्ष ने उनको लंबे चौड़े कैंपेन में से सिर्फ एक बयान को पकड़ा। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को लेकर अपने पार्टी के नेताओं के दिए गए अक्रामक बयान को अमित शाह ने दिल्ली चुनाव में पार्टी की हार के लिए एक बड़ा कारण भी माना।