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जयराम रमेश ने किया मोदी जिनपिंग की मुलाकात का मूल्यांकन, जानिए क्या कहा?

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

नई दिल्ली , रविवार, 31 अगस्त 2025 (13:48 IST)
Jairam Ramesh on Modi Jinping meet : कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई मुलाकात का मूल्यांकन किया उन्होंने सवाल किया कि क्या 'न्यू नॉर्मल' चीनी आक्रामकता और हमारी सरकार की कायरता से परिभाषित किया जाना चाहिए? ALSO READ: अखिलेश यादव ने 10 पाइंट्स में समझाई चीन की क्रोनोलॉजी, बताया भाजपाई जुमलों को चिंताजनक सच
 
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, जून 2020 में गलवान घाटी में चीनी आक्रामकता के चलते हमारे 20 सबसे बहादुर जवानों ने अपनी जान की क़ुर्बानी दी। इसके बावजूद, 19 जून 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने चीन को कायराना क्लीन चिट दे दी।
 
उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख ने लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर यथास्थिति की पूर्ण बहाली की मांग की थी। लेकिन इसे हासिल करने में विफल रहने के बावजूद मोदी सरकार ने चीन के साथ सुलह की दिशा में कदम बढ़ाए। इससे चीन की उस क्षेत्र में आक्रामकता को अप्रत्यक्ष रूप से वैधता मिल गई।
 
कांग्रेस नेता ने कहा कि 4 जुलाई, 2025 को, उप-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ चीन की जुगलबंदी पर जोरदार और स्पष्ट रूप से बात की।  मगर इस अशुभ गठजोड़ पर ठोस प्रतिक्रिया देने के बजाय, मोदी सरकार ने इसे नियति मानकर चुपचाप स्वीकार कर लिया और अब चीन को राजकीय दौरों से पुरस्कृत कर रही है। ALSO READ: PM Modi in China : 55 मिनट तक चली मोदी और जिनपिंग की मुलाकात, क्या फिर दोस्त बनेंगे भारत और चीन?
 
उन्होंने बताया कि चीन ने यारलुंग त्संगपो पर एक विशाल जलविद्युत परियोजना की घोषणा की है, जिसके हमारे उत्तर-पूर्वी राज्यों पर बेहद गंभीर प्रभाव पड़ेंगे। लेकिन मोदी सरकार की तरफ़ से इस मुद्दे पर एक शब्द भी नहीं बोला गया।
 
जयराम रमेश ने कहा, चीन से आयात की अनियंत्रित डंपिंग जारी है, जिसने हमारी MSMEs इकाइयों को बुरी तरह प्रभावित किया है। अन्य देशों की तरह सख़्त कदम उठाने के बजाय, भारत ने चीनी आयातकों को लगभग खुली छूट दे दी है। क्या 'न्यू नॉर्मल' चीनी आक्रामकता और हमारी सरकार की कायरता से परिभाषित किया जाना चाहिए?
edited by : Nrapendra Gupta 

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