राहुल गांधी ने जीता सुलतानपुर के रामचेत का दिल, क्या है उसका कांग्रेस नेता से कनेक्शन?

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के रहने वाले चर्चित मोची रामचेत दिल्ली में गांधी परिवार से भेंट करके बहुत खुश हैं

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 19 फ़रवरी 2025 (12:48 IST)
Ramchet meets Rahul Gandhi : उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के रहने वाले चर्चित मोची रामचेत दिल्ली में गांधी परिवार से भेंट करके बहुत खुश हैं। वह पिछले 4 माह से राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांग रहे थे। राहुल न सिर्फ रामदेच से मिले बल्कि अपनी मेहमाननवाजी से भी रामचेत का दिल जीत लिया। 
 
रामचेत ने बताया कि मैं जिस होटल में ठहरा था वहां 13 फरवरी को उनके द्वारा गाड़ी भेजी गई। उस गाड़ी से मैं उनके आवास पर पहुंचा, राहुल गांधी जी ने मुझे गले लगाकर स्वागत किया इस मौके पर प्रियंका गांधी वाद्रा जी भी मौजूद थीं। थोड़ी देर बाद सोनिया गांधी जी भी कमरे में आईं।
 
रामचेत ने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और सोनिया गांधी जी के लिए बनाए गए चप्पल की दो-दो जोड़ी भेंटकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान इनके बीच करीब 1 घंटे तक बात हुई। रामचेत के साथ उनका बेटा, नाती व उनके बेटी-दामाद भी थे।
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जूते बनाने के काम में हुनरमंद यूपी, सुल्तानपुर के रामचेत जी अपने परिवार के साथ जननायक @RahulGandhi जी से मिलने उनके घर पहुंचे।

यहां उनसे श्रीमती सोनिया गांधी जी और श्रीमती @priyankagandhi जी ने भी मुलाकात की।

रामचेत जी ने बताया कि राहुल गांधी जी की दी हुई मशीन से वे लगातार… pic.twitter.com/pZlzafnjro

— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 17, 2025 >
राहुल ने रामचेत के बेटे से कहा कि तुम्हें और आगे तरक्की करनी है। वह चाहते हैं कि उसे दिल्ली में अच्छे जूते व चप्पल बनाने का प्रशिक्षण दिलवा दें ताकि वह दिल्ली जैसे स्थान पर जूतों व चप्पलों का उत्पादन करके उन्हें विदेशों में भेज सके।
 
राहुल से कब हुई थी रामचेत की पहली मुलाकात : रामचेत ने बताया कि राहुल गांधी से उनकी पहली मुलाकात 26 जुलाई 2024 को हुई थी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की ओर से मुहैया कराई गई मशीन से वह अब चप्पल बना रहे हैं। अब उनकी दो दुकानें हो गई हैं। राहुल गांधी ने मोची समुदाय के हुनर की सराहना करते हुए कहा कि उनमें बहुत ज्ञान है, लेकिन समाज में उस ज्ञान को पर्याप्त सम्मान नहीं मिल रहा है। इसके बाद प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा सबसे ज्यादा महंगे जो जूते होते हैं वो हाथ से बने होते हैं।
 
राहुल गांधी ने मशीन के उपयोग, उच्च गुणवत्ता के जूते बनाने की प्रक्रिया और बिक्री के तरीकों के बारे में भी चर्चा की। यह मुलाकात मोची समुदाय के उत्थान और पारंपरिक कौशल को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के प्रयास का एक उदाहरण बन गई।
 
गौरतलब है कि सुलतानपुर के एमपी/एमएलए कोर्ट में राहुल गांधी द्वारा अमित शाह के खिलाफ चुनाव के दौरान कथित तौर पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में भाजपा नेता विजय मिश्र द्वारा मानहानि का एक मुकदमा वर्ष 2018 दर्ज कराया गया था। इस मुकदमे के सिलसिले में 20 फरवरी, 2024 को राहुल अदालत में उपस्थित हुए थे और उन्हें 25-25 हजार के दो मुचलके पर जमानत मिली थी।
 
राहुल ने रामचेत से सिखी थी जूते की सिलाई : राहुल गांधी 26 जुलाई, 2024 को बयान दर्ज कराने के बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होकर लखनऊ जाते समय कूरेभार थाना क्षेत्र के विधायक चौराहे के पास गुमटी में जूते की सिलाई कर रहे मोची रामचेत की दुकान पर एकाएक रुक गए थे और रामचेत से जूता की सिलाई के बारे में जानकारी ली और स्वयं जूते की सिलाई भी सीखी।
 
कुछ देर यहां रुकने के बाद राहुल गांधी लखनऊ के लिए रवाना हो गए थे। कुछ दिन बाद रामचेत के यहां राहुल गांधी ने एक आधुनिक सिलाई मशीन व जूते-चप्पल बनाने की सामग्री भेजी थी। इस उपहार को पाकर मोची रामचेत राहुल गांधी के काफी करीब आ गया।
 
रामचेत ने नहीं बेचें राहुल के बनाए जूते : राहुल गांधी ने जिस जूते की सिलाई की थी उसे रामचेत से खरीदने के लिए कांग्रेस के कई नेताओं ने लाखों रुपये का प्रस्ताव दिया, लेकिन रामचेत ने उस जूते को बेचने से इनकार कर दिया था। (इनपुट भाषा)
edited by : Nrapendra Gupta 

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