नागपट्टिनम/ चेन्नई (तमिलनाडु)। भीषण चक्रवातीय तूफान 'गज' शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम से गुजरा जिसके बाद बड़ी संख्या में पेड़ों के गिरने तथा बिजली के तारों के टूटने से तटीय जिलों में विनाश का दृश्य पैदा हो गया और 13 लोगों की जान इसमें चली गई। यह तूफान शुक्रवार को सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु तट से गुजरा। उस वक्त हवा की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी।
अधिकारियों के अनुसार तूफान से संबंधित घटनाओं में 10 पुरुष और 3 महिलाओं की मौत हो गई। 28 मवेशी बह गए। अधिकारियों ने करीब 81,948 लोगों को कुड्डलूर, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, तंजावुर, पुडुकोट्टई और तिरुवरुर जिलों के 471 राहत केंद्रों में पहुंचाया। तूफान से नागपट्टिनम जिले के वेलनकन्नी में 16वीं सदी का बेसीलिका चर्च तबाह हो गया।
लोगों की मौत पर दु:ख जताते हुए मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपए और घायलों को 25 हजार से 1 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया है कि तूफान की वजह से फसलों, मछली पकड़ने की नौकाओं, घरों और मवेशियों को होने वाले नुकसान के बारे में तत्काल पता लगाएं। लोगों की जान जाने के अलावा 1,471 झोपड़ियां आंशिक रूप से तबाह हो गईं और 216 पूरी तरह ध्वस्त हो गईं। इन जिलों में 4,987 पेड़ जड़ से उखड़ गए।
किसान नेता पीआर पांडियान ने कहा कि नारियल के लाखों पेड़ गिर गए। कई एकड़ में फैली धान की फसल बर्बाद हो गई। उन्होंने किसानों को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की। चक्रवातीय तूफान के तमिलनाडु पहुंचने पर नागपट्टिनम जिले में 6 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, वहीं कुड्डलूर जिले में 9 से 12 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। राजस्व मंत्री आरबी उदय कुमार ने कहा कि सरकार ने सफलतापूर्वक हालात का सामना किया। चुनौतीपूर्ण काम था लेकिन हमें विश्वास है कि हमने शत-प्रतिशत सुरक्षित तरीके से इसका सामना किया। पड़ोसी पुडुचेरी में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का प्रकोप है। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने हालात की समीक्षा की।
जिला कलेक्टर विजय अभिजीत चौधरी ने कहा कि वनरापेट गांव की 70 वर्ष की एक महिला को उस समय सिर में चोट आई, जब शनिवार रात बारिश की चपेट में आने से उसके घर की दीवार गिर गई। (भाषा)