देश के नए सीजेआई सूर्यकांत का नया बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि वे लोगों को न्याय दिलाने के लिए आधी रात तक कोर्ट में बैठ सकते हैं। यह बात उन्होंने एक सुनवाई के दौरान कही। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सीजेआई सूर्यकांत के साथ न्यायमूर्ति जॉयमाल्य बागची भी थे।
सीजेआई ने कहा कि मेरी कोर्ट में कोई भी अनावश्यक समय बर्बाद करने वाला केस नहीं है। सीजेआई का बयान अब चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया में भी इसे लेकर चर्चा है। बता दें कि सीजेआई सूर्यकांत ने हाल ही में यह पद ग्रहण किया है।
क्या है सीजेआई का पूरा बयान : मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत ने शुक्रवार को कहा कि गरीब वादियों के लिए न्याय सुनिश्चित करना उनकी शीर्ष प्राथमिकता है। वह उनके लिए अदालत में आधी रात तक बैठ सकते हैं। मुख्य न्यायाधीश (CJI) ने तिलक सिंह डांगी नामक व्यक्ति द्वारा केंद्र और अन्य के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की। इस दौरान, सीजेआई के साथ न्यायमूर्ति जॉयमाल्य बागची भी थे।
मैं सबसे गरीब पक्षकार के लिए यहां हूं : मुख्य न्यायाधीश ने कहा, मेरी अदालत में कोई भी अनावश्यक या न्यायालय का समय बर्बाद करने वाला मुकदमा नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामले अमीर वादी ही लड़ते हैं। उन्होंने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता गिनाते हुए कहा, मैं आपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे, सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं। अगर जरूरत पड़ी तो मैं उनके लिए मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा।
15 महीने पद पर रहेंगे सीजेआई : हरियाणा के हिसार जिले के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने 24 नवंबर को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और लगभग 15 महीने तक इस पद पर रहेंगे। वह 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उन्होंने बीआर गवई की जगह ली है।
Edited By: Navin Rangiyal