फिल्म निर्माता और एक किताब के लेखक ओनिर धर ने आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें भोपाल के भारत भवन में एक क्यूरेटेड सेशन मेकिंग लिटरेचर एलजीबीटीक्यू न्यूट्रल में भाषण देना था। लेकिन उन्हें इस आयोजन के लिए अब मान कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि एलजीबीटीक्यू विरोधी गुटों ने उनका विरोध किया था। अब इसे लेकर सोशल मीडिया में बहस चल रही है। कुछ लोग उनके पक्ष में आ गए हैं तो कुछ इस विरोध को सही बता रहे हैं।
बता दें कि भारत में एलजीबीटीक्यू अधिकारों के लिए आनिर धर आवाज उठाते रहे हैं। वे फिल्म निर्माता भी हैं। ओनिर धर ने रविवार को कहा कि समलैंगिक होने के कारण उन्हें शुक्रवार को भोपाल साहित्य महोत्सव में प्रवेश नहीं दिया गया। आई एम ओनिर एंड आई एम गे पुस्तक के लेखक ओनिर ने कहा, मैंने जानबूझकर समलैंगिक शब्द चुना था, क्योंकि यही कारण है कि मुझे भोपाल में अपना भाषण देने की अनुमति नहीं दी गई।
बता दें कि ओनिर को शुक्रवार को भोपाल के भारत भवन में एक क्यूरेटेड सेशन मेकिंग लिटरेचर एलजीबीटीक्यू न्यूट्रल में भाषण देना था। लेकिन ऐनमौके पर उनके भाषण को रद्द कर दिया गया, क्योंकि एलजीबीटीक्यू विरोधी एक समूह ने उनकी उपस्थिति का विरोध करने की धमकी दी थी। रविवार को ओनिर ने कोलकाता में कहा कि ऐसा लगता है कि क्यूरेटेड सत्र में चर्चा किए जाने वाले मुद्दे के बजाय आपत्ति उनके बारे में अधिक थी।
edited by navin rangiyal