नई दिल्ली। अमेरिका के एरिज़ोना में बोइंग ने भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल एएस बटोले को पहला अपाचे हेलीकॉप्टर सौंप दिया। अपाचे हेलीकॉप्टर को लादेन किलर हेलीकॉप्टर के नाम से भी जाना जाता है।
इस हेलीकॉप्टर के ऑपरेशन के लिए चुने गए एयर और ग्राउंड क्रू की ट्रेनिंग अमेरिकी सेना के अल्बामा एयर बेस पर हो रही है। वायुसेना में अपाचे के आने हेलीकॉप्टर विंग की ताकत में काफी बढ़ जाएगी। इसमें वायुसेना के जरूरत के मुताबिक बदलाव भी किए गए हैं।
अपाचे हेलीकॉप्टर से सटीक हमले किए जा सकते हैं। अपाचे दुश्मन के इलाके में भी घुसकर मार कर सकता है। इससे पीओके में आतंकी ठिकानों को आसानी से हमला किया जा सकता है।
अपाचे हेलीकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 280 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसे रडार से पकड़ना खासा मुश्किल है। इसमें नीचे लगी राइफल में एक बार में 30 एमएम की 1,200 गोलियां भरी जा सकती हैं।
गौरतलब है कि भारत और अमेरिकी सरकार के बीच 2015 में 22 अपाचे हेलीकॉप्टर के लिए समझौता हुआ था। हेलीकॉप्टर का पहला बैच इसी साल जुलाई में आ जाएगा।