5 राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले BJP की अहम बैठक, PM मोदी भी हुए शामिल

Webdunia
रविवार, 21 फ़रवरी 2021 (19:10 IST)
नई दिल्ली। 3 कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले लगभग 3 महीने से जारी किसानों के आंदोलन के बीच भाजपा ने रविवार को एक अहम बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर कृषि क्षेत्र में सुधार और कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 महामारी के बेहतर प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया।

ये प्रस्ताव भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में एनडीएमसी कन्‍वेंशन सेंटर में आयोजित राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में पारित हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक का उद्घाटन किया और अपने संबोधन में पार्टी नेताओं का आह्वान किया कि वह कृषि सुधारों के फायदों से जनता को अवगत कराएं।

भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बैठक को संबोधित किया। इस बैठक में भाजपा के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेशों के अध्यक्ष, राज्यों के प्रभारी व सह-प्रभारी तथा राज्यों के संगठन मंत्री भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्ज्‍वलित कर बैठक की शुरुआत की और बाद में उसे संबोधित भी किया। बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और इस संबंध में एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने संबोधित करते हुए बताया कि एक राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर कृषि क्षेत्र में किए गए सुधारों और कोविड-19 के प्रबंधन में प्रभावी नेतृत्व देने वाले प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया गया।

उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव में महामारी के दौरान गरीब किसान कल्याण योजना चलाने, समावेशी बजट प्रस्तुत करने और चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध के दौरान उपयुक्त कदम उठाने को भी रेखांकित किया गया।

इससे पहले, भाजपा महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि दिनभर चलने वाली बैठक के दौरान असम, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव, आत्मनिर्भर भारत अभियान और तीन कृषि कानूनों के बारे में भी चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि बैठक के बाद पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की रुपरेखा की घोषणा की जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान यह राष्ट्रीय पदाधिकारियों की पहली बैठक है जिसमें नेता प्रत्यक्ष तौर पर शामिल हुए।

यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब तीन कृषि कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर पिछले लगभग तीन महीने से आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसान संगठन अपने आंदोलन को देशव्यापी बनाने की कोशिशों में हैं और वे लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमलावर हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Pakistan के लिए जासूसी कर रहे आरोपी को ATS ने पकड़ा, पाकिस्तानी सेना और ISIS को भेज रहा था जानकारी

बांग्लादेश को भारत की फटकार, हिन्दुओं की सुरक्षा की ले जिम्मेदारी

ताजमहल या तेजोमहालय, क्या कहते हैं दोनों पक्ष, क्या है इसके शिव मंदिर होने के सबूत?

EPFO 3.0 में होंगे बड़े बदलाव, ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, क्या क्या बदलेगा?

नीबू हल्‍दी से कैंसर ठीक करने का नुस्‍खा बताकर फंसे नवजोत सिंह सिद्धू, ठोका 850 करोड़ का केस

सभी देखें

नवीनतम

बांग्लादेश हिंसा पर RSS का बड़ा बयान, बंद हो हिंदुओं पर अत्याचार, चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई की मांग

समुद्र तट की ओर बढ़ा फेंगल, तमिलनाडु में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित

LIVE: महाराष्‍ट्र चुनाव पर EC की सफाई, कांग्रेस नेताओं को बैठक के लिए बुलाया

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विजयपुर में चुनाव प्रचार नहीं करने का खोला राज, भाजपा की हार पर दिया बड़ा बयान

महाराष्‍ट्र चुनाव पर शरद पवार का बड़ा बयान, सत्ता और धन का दुरुपयोग हुआ

अगला लेख