इस्लामाबाद। पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी ने सरकार द्वारा अनुमति देने से इंकार किए जाने के बावजूद राजधानी में रैली करने की अपनी योजना पर कायम रहने की धमकी दी है। खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी ने अपने प्रमुख और अन्य नेताओं के खिलाफ मामलों को लेकर महीनों तक चली राजनीतिक खींचतान के बाद शक्ति प्रदर्शन करने की अनुमति मांगी थी। सरकार ने आखिरी समय में उसका अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) रद्द कर दिया।
पीटीआई के पिछले आचरण और रिकॉर्ड का हवाला दिया : इस्लामाबाद के मुख्य आयुक्त मोहम्मद अली रंधावा ने बुधवार को एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया कि वे रैली आयोजित करने के लिए उपायुक्त द्वारा 31 जुलाई को जारी किए गए एनओसी को तुरंत निलंबित कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात को देखते हुए पीटीआई की रैली की अनुमति देना सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। आदेश में कहा गया है कि एजेंसियों ने पीटीआई के पिछले आचरण और रिकॉर्ड का हवाला दिया, जो दर्शाता है कि गंभीर कानून-व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है।
कानून और व्यवस्था की स्थिति को खतरा बताया : पंजाब के गृह विभाग ने मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति और सुरक्षा खतरों के मद्देनजर पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है। विभाग ने गुरुवार से शनिवार तक पूरे पंजाब में सभाओं, धरना-प्रदर्शनों, रैलियों, प्रदर्शनों, विरोधों और इसी तरह की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। विभाग ने कहा कि आतंकवाद के खतरे और मानव जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए प्रतिबंध लागू किया गया है। पूरे पंजाब में प्रशासन इस आदेश का कार्यान्वयन सुनिश्चित करेगा।
नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता उमर अयूब खान ने कहा कि पीटीआई ने राजधानी के तरनोल इलाके में शाम करीब 4 बजे शांतिपूर्ण रैली निकालने का फैसला किया है। खैबर पख्तूनख्वा (केपी) के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने घोषणा की कि वे रैली का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं एक स्पष्ट संदेश दे रहा हूं कि केपी के लोगों को दोपहर 3 बजे तक पहुंचना है। हम किसी भी हालत में रैली करेंगे। पीटीआई नेताओं की घोषणाओं के मद्देनजर बढ़ते तनाव को देखते हुए इस्लामाबाद प्रशासन ने संघीय क्षेत्र के अधिकार क्षेत्र में सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद कर दिया।
जिला आयुक्त इरफान मेमन ने एक अधिसूचना में कहा कि यह अधिसूचित किया जाता है कि इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र की राजस्व सीमा के भीतर सभी सार्वजनिक/निजी स्कूल 22 अगस्त 2024 (गुरुवार) को बंद रहेंगे। अधिकारियों को डर है कि अगर पीटीआई को उसके हजारों समर्थकों को राजधानी में लाने की अनुमति दी गई तो हिंसा और धरने हो सकते हैं, क्योंकि पार्टी का इस तरह के विरोध प्रदर्शनों का इतिहास रहा है।
पीटीआई ने 2014 में इस्लामाबाद में 126 दिनों तक धरना दिया था जबकि 9 मई 2023 को इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पार्टी ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया था। अगर पीटीआई की प्रस्तावित रैली सफल रही तो 8 फरवरी को हुए आम चुनावों के बाद इस्लामाबाद में पार्टी की यह पहली रैली होगी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta