जम्मू। 2 दिनों के बवाल और कई राजनीतिक दलों के मामले में कूद पड़ने के बाद अंततः जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए दोनों नागरिकों के शवों को निकालकर उनके परिजनों को सौंप दिया है।
देर रात को इसके प्रति लिए गए फैसले के बाद रात 8 बजे हंदवाड़ा के तहसीलदार की मौजूदगी में दोनों नागरिकों (डॉ. मुदस्सर गुल और मुहम्मद अल्ताफ बट) के शवों को निकालकर श्रीनगर की ओर रवाना कर दिया गया। इन दोनों को हंदवाड़ा के जचलधारा वाडर इलाके में एक कब्रस्तान में दफन किया गया था।
दोनों मृत नागरिकों के शवों को उनके परिजनों को सौंपने के साथ ही प्रशासन ने उनके परिवारों को कई हिदायतें भी दी हैं। इनमें दोनों को आज ही रात दफन करने के साथ ही गिनती के परिजनों को एकत्र होने की अनुमति दी गई है। हालांकि हालात को काबू करने के इरादों से प्रशासन ने अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात करने के साथ ही श्रीनगर के कई इलाकों में अघोषित कर्फ्यू भी लागू कर दिया है।
दोनों नागरिकों को पुलिस ने आतंकियों का साथी बताते हुए शव सौंपने से इनकार कर दिया था, पर दो दिनों से उनके शवों को पाने के लिए उनके परिजनों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को दुनियाभर से समर्थन मिला था। यही नहीं कई पूर्व मुख्यमंत्रियों के साथ ही कई राजनीतिक दलों के नेता भी विरोध में धरने पर बैठे थे।
एक सूत्र के मुताबिक, हालात को और बिगड़ने से बचाने की खातिर प्रशासन ने ऐसा फैसला लिया है, जबकि दिन में उप राज्यपाल ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे।