एशिया के दूसरे सबसे लंबे रेल-सड़क पुल बोगीबील की मियाद कम से कम 120 साल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को इस पुल का उद्घाटन करेंगे। मुख्य अभियंता मोहिंदर सिंह ने बताया कि ब्रह्मपुत्र नदी पर बना 4.9 किलोमीटर लंबा पुल देश का पहला पूर्ण रूप से जुड़ा पुल है।
उन्होंने बताया कि पूरी तरह से जुड़े पुल का रखरखाव काफी सस्ता होता है। इस पुल के निर्माण में 5900 करोड़ रुपए का खर्च आया है और इसकी मियाद 120 साल है। इससे असम से अरुणाचल प्रदेश के बीच की यात्रा दूरी घट कर 4 घंटे रह जाएगी। इसके अलावा दिल्ली से डिब्रूगढ़ रेल यात्रा समय 3 घंटे घटकर 34 घंटे रह जाएगा।
इससे पहले यह दूरी 37 घंटे में तय होती थी। असम में ऊपरी ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहा बोगिबिल ब्रिज बनकर लगभग तैयार हो चुका है। यह 4.94 किलोमीटर लंबा रेल/रोड ब्रिज भारत को नई ताकत देने वाला है। खासकर अरुणाचल सीमा से सटे होने के कारण सामरिक दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण है।
भारतीय रेल के इस पुल की आधारशिला साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखी थी और 2007 में इसे नेशनल प्रोजेक्ट घोषित किया गया, लेकिन पिछले 4-5 साल से इसके निर्माण को खास तेजी दिखाई गई।