प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हम स्वतंत्रता संग्राम की बात करते हैं तो हम आदिवासी समुदाय को नहीं भुलाया जा सकता है। भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धू-कान्हू, अल्लूरी सीताराम राजू, गोविंद गुरु- ऐसे असंख्य नाम हैं जो स्वतंत्रता संग्राम की आवाज बने और आदिवासी समुदाय को मातृभूमि के लिए जीने और मरने के लिए प्रेरित किया।
पीएम मोदी ने कहा- हमने बहुत कुछ झेला है। कभी आंतकवाद, कभी युद्ध, कभी अन्न का संकट हमने झेला है। आजादी का पूरा कालखंड संघर्ष में बीता है। आज हर एक बलिदानी और त्यागी को नमन करने का अवसर है। वीर सावरकर, नेताजी सुभाषचन्द्र बोस और आंबेडकर को याद करने का समय है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रानी लक्ष्मीबाई और बेगम हजरत महल सहित भारत की महिला सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्र उनका आभारी है। प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाले तात्या टोपे, राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान जैसे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम मोदी ने कहा- आजादी के जंग में गुलामी का पूरा काल खंड संघर्ष में बीता है। हिन्दुस्तान का कोई कोना ऐसा नहीं था जहां के लोगों ने सैकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो। अपनी जिंदगी न खपाई हो। आहूति न दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए हर महापुरुष को, त्यागी को बलिदानी को नमन करने का अवसर है। उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प लेने का अवसर है।
पीएम ने कहा- मैं इस स्वतंत्रता दिवस पर सभी भारतीयों और भारत से प्यार करने वालों को बधाई देता हूं। नए संकल्प के साथ नई दिशा की ओर कदम बढ़ाने का दिन है।