नई दिल्ली। भारतीय सीमा के भीतर पूर्वी लद्दाख के चुशुल-मोल्दो में भारत और चीन के बीच वरिष्ठ सैन्य कमांडरों की वार्ता का 16वां दौर रविवार को शुरू हुआ। इस दौरान वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवादग्रस्त शेष क्षेत्रों को हल करने पर चर्चा होगी।भारत फिर से गोगरा हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 पर सेना हटाने के लिए दबाव डालेगा।
इस वर्ष 11 मार्च को हुई 15वें दौर की वार्ता में दोनों देशों ने बिना कोई खास प्रगति किए करीब 12 घंटे तक सैनिकों को हटाने पर चर्चा की थी। सूत्रों ने कहा कि भारत फिर से गोगरा हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 पर सेना हटाने के लिए दबाव डालेगा ताकि इसके बाद पूर्वी लद्दाख तनाव कम किया जा सके।
अब तक हुई 15 दौर की वार्ता में पूर्वी लद्दाख में जिन क्षेत्रों को सुलझाना बाकी है, वे हैं पीपी15, डेमचोक और देपसांग जहां चीनी अड़े हुए हैं। भारतीय पक्ष इन क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी के लिए चीन को मनाने की कोशिश करेगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने छह जुलाई को इंडोनेशिया के बाली में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर चीन के स्टेट काउंसलर और विदेश मंत्री वांग ई से मुलाकात की थी। बैठक के बारे में चर्चा करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मंत्री ने पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ सभी शेष रहे मुद्दों के जल्द समाधान की बात की।(वार्ता)