भारत का चीन के साथ लद्दाख में पहला सैन्य अभ्यास

Webdunia
बुधवार, 19 अक्टूबर 2016 (18:40 IST)
नई दिल्ली। भारत और चीन के सैनिकों ने एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में बुधवार को जम्मू-कश्मीर में पहली बार संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया।        
जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में एक दिन का यह सैन्य अभ्यास उसी क्षेत्र में हुआ जहां 1962 में दोनों सेनाओं ने जंग लड़ी थी। दोनों सेनाओं के बीच देश के अन्य हिस्सों में इससे पहले भी सैन्य अभ्यास हुआ है लेकिन यह पहला मौका है जब दोनों देशों के सैनिकों ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण लद्दाख में मिलकर अभ्यास किया है। 
        
सीमा रक्षा सहयोग समझौता 2013 के तहत दिनभर चले इस अभ्यास में दोनों सेनाओं ने आपदा की स्थिति में मानवीय सहायता और राहत पहुंचाने का अभ्यास किया। इसके तहत सीमा से लगते एक गांव में भूकंप की काल्पनिक स्थिति उत्पन्न की गई और राहत तथा बचाव अभियान के साथ-साथ चिकित्सा सहायता पहुंचाने का अभ्यास किया गया। 
       
दोनों देशों की सेनाओं के बीच इस वर्ष यह दूसरा संयुक्त सैन्य अभ्यास है। पहला अभ्यास इसी वर्ष फरवरी 2016 में हुआ था। अभ्यास में भारतीय सेना का नेतृत्व ब्रिगेडियर आरएस रमन ने जबकि चीनी सेना का नेतृत्व सीनियर कर्नल फान चुन ने किया। यह अभ्यास पूरी तरह सफल रहा और इससे दोनों देशों के सैनिकों के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ाने में भी मदद मिली। 
        
भारत और चीन की सेनाएं सहयोग बढ़ाने और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए 'हैंड इन हैंड' अभ्यास भी करती रही हैं। (वार्ता) 

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख