नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की उस रिपोर्ट पर निराशा और चिंता व्यक्त की जिसमें सभी कारणों से मृत्यु दर अधिक बताई गई है।
भारत ने कहा कि वैधानिक संस्था द्वारा प्रकाशित सही आंकड़ों को नहीं लिया गया। विश्व स्वास्थ्य महासभा में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद की ओर से निराशा व्यक्त की।
यह परिषद, भारत के हर राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था है और इसने डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित अत्यधिक मृत्यु की रिपोर्ट के संबंध में एकमत से प्रस्ताव पारित किया था।
डब्ल्यूएचओ ने 5 मई को जारी एक रिपोर्ट में अनुमान व्यक्त किया था कि दुनियाभर में पिछले दो साल में कोरोना वायरस या स्वास्थ्य प्रणालियों पर इसके असर के कारण करीब डेढ़ करोड़ लोग मारे गए हैं और यह संख्या 60 लाख लोगों की मौत के आधिकारिक आंकड़े से दोगुनी से ज्यादा है।
रिपोर्ट के अनुसार भारत में कोविड-19 से 47 लाख लोगों की मौत का अनुमान व्यक्त किया गया है, जो आधिकारिक आंकड़े से 10 गुना अधिक है तथा दुनियाभर में कोविड से मौत के मामलों का लगभग एक तिहाई है। (भाषा)