भारत ने कहा- LAC पर शांति भंग के लिए चीन जिम्मेदार, सीमावर्ती इलाकों में लगातार कर रहा है सैनिकों और सैन्य साजो-सामान की तैनाती

Webdunia
शुक्रवार, 1 अक्टूबर 2021 (00:28 IST)
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के लिए देश को जिम्मेदार ठहराने की कोशिशों के लिए चीन को आड़े हाथ लेते हुए भारत ने कहा कि चीनी सेना के 'उकसावे वाले' बर्ताव और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति को बदलने की 'एकतरफा' कोशिश ने शांति को गंभीर रूप से भंग कर दिया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि चीन ने सीमावर्ती इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों की तैनाती की हुई है और चीन की कार्रवाई की प्रतिक्रिया में भारतीय सशस्त्र बलों को उचित जवाबी तैनाती करनी पड़ी है।

उन्होंने कहा कि चीन के आरोपों में 'कोई आधार नहीं है' और भारत उम्मीद करता कि चीनी पक्ष द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करते हुए शेष मुद्दों को जल्दी हल करने की दिशा में काम करेगा।

चीन ने हाल में आरोप लगाया है कि दोनों देशों के बीच तनाव का 'मूल कारण' नई दिल्ली द्वारा 'आगे बढ़ने की नीति' का अनुसरण करना और चीनी क्षेत्र पर 'अवैध रूप से' अतिक्रमण करना है। इसके जवाब में भारत की प्रतिक्रिया आई है।

चीन के आरोपों पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बागची ने कहा कि भारत कुछ दिन पहले ही इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुका है और ऐसे बयानों को खारिज कर चुका है जिनका कोई आधार नहीं है।
ALSO READ: LAC पर चीन की नापाक हरकत, बढ़ सकता है सीमा पर तनाव
उन्होंने कहा कि चीनी पक्ष ने बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया हुआ है, उनका उकसावे वाला बर्ताव है और हमारे सभी द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन करते हुए यथास्थिति को बदलने का एकतरफा प्रयास है, जिसके परिणामस्वरूप पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर शांति गंभीर रूप से भंग हुई है।
ALSO READ: राहुल का ट्वीट, LAC पर युद्ध के नए स्वरूप का सामना कर रहा है भारत
प्रवक्ता ने कहा कि चीन ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों की तैनाती की हुई है। चीन की कार्रवाइयों के जवाब में हमारे सशस्त्र बलों को इन क्षेत्रों में उचित जवाबी तैनाती करनी पड़ी ताकि भारत के सुरक्षा हितों की पूरी तरह से रक्षा की जा सके।

उन्होंने इस महीने की शुरुआत में दुशांबे में एक बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर के अपने चीनी समकक्ष को दिए संदेश का भी जिक्र किया। सीमा पर पिछले साल गतिरोध शुरू होने के बाद से भारत ने इसके लिए चीन की उकसावे वाली कार्रवाई को जिम्मेदार ठहराया है। गतिरोध को लेकर दोनों देशों के बीच कई वार्ताएं भी हो चुकी हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Exit Poll : वोटिंग खत्म होने के बाद RSS मुख्यालय पहुंचे देवेंद्र फडणवीस, मोहन भागवत से की मुलाकात

Exit Poll 2024 : झारखंड में खिलेगा कमल या फिर एक बार सोरेन सरकार

महाराष्ट्र में महायुति या एमवीए? Exit Poll के बाद बढ़ा असमंजस

महाराष्‍ट्र बिटकॉइन मामले में एक्शन में ईडी, गौरव मेहता के ठिकानों पर छापेमारी

BJP महासचिव विनोद तावड़े से पहले नोट फॉर वोट कांड में फंसे राजनेता

सभी देखें

नवीनतम

इंदौर में हटेगा BRTS, मुख्यमंत्री मोहन यादव का बड़ा ऐलान

BJP ने केजरीवाल के आवास के बाहर किया प्रदर्शन, हिरासत में लिए गए नेता

Moody's Ratings ने कहा, गौतम अडाणी पर रिश्वत के आरोप साख की दृष्टि से नकारात्मक

अमेरिका के रिश्‍वतखोरी के आरोपों पर क्या बोले अडाणी?

नरेंद्र मोदी गौतम अडाणी को बचा रहे हैं, राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 बड़ी बातें

अगला लेख