लक्षित हमलों पर चर्चा करना सेना का अपमान होगा : नायडू

Webdunia
बुधवार, 5 अक्टूबर 2016 (17:04 IST)
नई दिल्ली। पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के लक्षित हमलों का सबूत मांगने वालों पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि अभियान पर और चर्चा करना भारतीय सेना द्वारा किए गए सराहनीय कार्य का अपमान होगा।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा कि इस तरह की गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों और मांगों पर जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है। सौभाग्य से कांग्रेस ने अपनी गलती महसूस की है और अपने नेताओं की टिप्पणियों से खुद को अलग किया है। आप ने भी यह अत्यंत स्पष्ट कर दिया है। 
 
नायडू ने कहा कि भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर किसी को भी कोई संदेह नहीं है जिसने सराहनीय कार्य किया है और अभियान पर आगे चर्चा करना बल का अपमान होगा।
 
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि किसी भारतीय नागरिक को कोई संदेह है। भारतीय सेना की विश्वसनीयता और प्रतिबद्धता पर कोई भी संदेह नहीं कर रहा है। इसने सराहनीय कार्य किया है। यदि हम आगे चर्चा करते हैं तो यह सेना का अपमान होगा। 
 
नायडू ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) ने अभियान के बारे में स्वयं ही पूरा ब्योरा दिया था और सर्वदलीय बैठक में भी सूचना साझा की। उन्होंने पूछा कि क्या आगे का ब्योरा जारी करना राष्ट्रहित में होगा? (भाषा)
Show comments

जरूर पढ़ें

दिल्ली चुनाव रिजल्ट को लेकर 2 और एक्जिट पोल्स, क्या हैं BJP के हाल

दिल्ली चुनाव में काउटिंग से पहले Operation Lotus, विधायकों को 15-15 करोड़ का ऑफर

उफनती नदियां, भयानक जंगल और फिर सपनों का अंत, अमेरिका से लौटे युवाओं की दर्दनाक दास्तान

Himachal : शादी के कुछ ही घंटों बाद दूल्‍हे के उड़े होश, दुल्हन हुई फरार, जानिए क्‍या है मामला

New Income Tax Bill : नए आयकर विधेयक में नहीं होंगे लंबे वाक्य और प्रावधान, जानिए संसद में कब हो सकता है पेश

सभी देखें

नवीनतम

राहुल गांधी को साथ लेकर यमुना का पानी पिएं अरविंद केजरीवाल : नायब सिंह सैनी

Uttarakhand : तीन तलाक के खिलाफ लड़कर मिसाल बनीं शायरा बानो ने CM धामी से की मुलाकात, UCC पर जताया आभार

Rupee vs Dollar : डॉलर के मुकाबले रुपया टूटा, अब तक के निचले स्तर पर, जानिए कितनी हुई गिरावट

TRAI का बड़ा फैसला, बदल जाएंगे पूरे देश के लैंडलाइन नंबर

शेख हसीना के बयान से यूनुस सरकार को क्यों लगी मिर्ची, भारत से क्या कहा

अगला लेख