लद्दाख। भारतीय सेना ने चीन के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लद्दाख सेक्टर में पहली K9-वज्र स्व-चालित हॉवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया है। यह लगभग 50 किमी की दूरी पर स्थित दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती है।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि ये तोपें ऊंचाई वाले इलाकों में भी काम कर सकती हैं, फील्ड ट्रायल बेहद सफल रहे। हमने अब एक पूरी रेजिमेंट जोड़ ली है, यह वास्तव में मददगार होगा।
इस बीच सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे शुक्रवार को दो दिन के पूर्वी लद्दाख दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने मौजूदा सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान आर्मी चीफ ने कहा कि चीन सीमा पर स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से घुसपैठ का प्रयास तेज हुआ है। अफगानिस्तान पर हमारी नजर बनी हुई है।
नरवणे ने कहा कि फरवरी से जून के आखिरी तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था, लेकिन हाल ही में घुसपैठ की कोशिशें तेज हुई हैं। पिछले 10 दिनों में दो बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया जा चुका है। फरवरी से पहले वाली स्थिति फिर से बनती दिख रही है।
हालांकि, भारतीय सेना हर चुनौती को जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम नियमित रूप से अफगानिस्तान की स्थिति और इसके संभावित प्रभावों और नतीजों की निगरानी कर रहे हैं। यह किस रूप में होगा, यह कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन हम देख रहे हैं।