नई दिल्ली। भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने रविवार को ब्रह्मोस (BrahMos) सुपरसोनिक मिसाइल के युद्धपोत संस्करण का अरब सागर में सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल में स्वदेशी सीकर एंड बूस्टर लगा है। एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि मिसाइल में लगे स्वदेशी सीकर एंड बूस्टर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRdo) ने विकसित किया है और यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
भारत और रूस का संयुक्त उपक्रम ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड ऐसी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करती है जिन्हें पनडुब्बी, युद्धपोतों, युद्धक विमानों या फिर जमीन से लांच किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल की रफ्तार 2.8 मैक है जो ध्वनि की रफ्तार से लगभग तीन गुना है।
नौसेना की ओर से जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि भारतीय नौसेना ने डीआरडीओ की डिजाइन की गई स्वदेशी साधक और वर्धक ब्रह्मोस मिसाइल ने अरब सागर में सटीक हमला किया है। ये आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
बयान में आगे कहा गया है कि मिसाइल का परीक्षण कोलकाता क्लास गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर वारशिप से किया गया। मिसाइल में स्वदेशी सामग्री बढ़ाने पर ब्रह्मोस एयरोस्पेस लगातार काम कर रहा है।