तमिलनाडु में मिले सिंधु घाटी सभ्यता जैसे चिह्न, CM स्‍टालिन ने कहा- गुत्‍थी सुलझाने वाले को मिलेगा करोड़ों का इनाम

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 6 जनवरी 2025 (21:36 IST)
Tamil Nadu News : तमिलनाडु में प्राचीन पुरातात्विक स्थलों पर खुदाई के दौरान मिले करीब 90 प्रतिशत भित्तिचित्र चिह्न सिंधु घाटी सभ्यता के प्रतीकों से मिलते जुलते हैं। यह दावा तमिलनाडु पुरातत्व विभाग ने हालिया अध्ययन में किया है। भित्तिचित्रों के अलावा, पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान इंद्रगोप (कार्नेलियन) मनका, गोमेद, काले और लाल बर्तन तथा अन्य वस्तुएं भी मिलीं। इस दौरान सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी लिपियां सामने आई हैं। इस पर राज्‍य के मुख्‍यमंत्री एमके स्‍टालिन ने ऐलान किया है कि इस लिपि को पढ़ने वाले शख्स को 10 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.57 करोड़ रुपए) का पुरस्कार दिया जाएगा।

पुरातत्व विभाग के मुताबिक तुत्तुक्कुडी जिले के शिवगलाई स्थल पर खोजी गई मिट्टी से बना सूत कातने का उपकरण, धूम्रपान के लिए मिट्टी से बनी पाइप, कांच की चूड़ियां, शंख आदि सहित 700 से अधिक कलाकृतियां मिली हैं जो इस बात का संकेत देती हैं कि यह प्राचीन सभ्यता 3,200 साल से भी पहले अस्तित्व में थी। पुरातत्व स्थल पर पाए गए 120 दफन कलशों में से एक में धान का भूसा पाया गया जिसकी कार्बन डेटिंग करने पर साबित हुआ कि यह 3200 साल पुराना है।
ALSO READ: भारतीय संस्कृति की पहचान हैं ये शास्त्रीय नृत्य जिनका जन्म हुआ भारत के प्राचीन शास्त्रों से
प्रोफेसर के. राजन और तमिलनाडु पुरातत्व विभाग के संयुक्त निदेशक आर. शिवनाथन द्वारा किए गए आकृति विज्ञान संबंधी अध्ययन के तहत 140 पुरातात्विक स्थलों से प्राप्त 15,000 से अधिक भित्तिचित्र युक्त बर्तनों के टुकड़ों का डिजिटलीकरण किया गया।
ALSO READ: Jhelum River : भारत की प्राचीन नदी झेलम के बारे में जानिए 5 रहस्य
अनुसंधान पत्र के मुताबिक तुलनात्मक अध्ययन से पता चला है कि सिंधु घाटी सभ्यता और लौह युग की बस्तियों के बीच आदान-प्रदान हुआ होगा, लेकिन इस संबंध को निर्णायक रूप से स्थापित करने के लिए और अधिक सबूतों की आवश्यकता है, जिस पर अब प्रयास किया जा रहा है।

मुख्‍यमंत्री एमके स्‍टालिन ने किया बड़ा ऐलान : तमिलनाडु में प्राचीन पुरातात्विक स्थलों पर खुदाई के दौरान सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी लिपियां भी सामने आई हैं। इस पर राज्‍य के मुख्‍यमंत्री एमके स्‍टालिन ने ऐलान किया है कि इस लिपि को पढ़ने वाले शख्स को 10 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.57 करोड़ रुपए) का पुरस्कार दिया जाएगा। गौरतलब है कि इस सभ्यता की लिपि को अभी तक पढ़ा नहीं जा सका है।
Edited By : Chetan Gour
Show comments

जरूर पढ़ें

Chandrayaan-3 को लेकर ISRO का बड़ा खुलासा, क्या सच होगा आशियाने का सपना

Disha Salian Case से Maharashtra में सियासी भूचाल, अब नारायण राणे का बयान, उद्धव ठाकरे का 2 बार आया कॉल

Airlines ने लंदन हीथ्रो Airport पर फिर शुरू कीं उड़ानें, आग लगने से 18 घंटे बाधित था परिचालन

नागपुर हिंसा पर CM फडणवीस का नया बयान, दंगाइयों से होगी नुकसान की वसूली, नहीं चुकाने पर चलेगा बुलडोजर

Microsoft और Google को टक्कर देने की तैयारी में मोदी सरकार, बनाएगी Made in India वेब ब्राउजर

सभी देखें

नवीनतम

UP : मथुरा में होली पर दलितों को जबरन लगाया रंग, एक-दूसरे पर किया हमला, 42 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

UP : मथुरा में महिला से दुष्‍कर्म, दोषी तांत्रिक को 10 साल की सजा

UP : नाबालिग छात्रा को अगवा कर किया दुष्कर्म, आरोपी शिक्षक गिरफ्तार

Farmers Protest : किसानों ने जलाए मुख्यमंत्री भगवंत मान के पुतले, शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए जाने का किया विरोध

LIVE : यशवंत वर्मा पर लगे आरोपों की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन

अगला लेख