बेमौसम बारिश व लॉकडाउन के चलते महंगाई ने की जेब ढीली, सब्जियों के बढ़े दाम

Webdunia
शुक्रवार, 18 दिसंबर 2020 (18:47 IST)
नई दिल्ली। बेमौसम बारिश, आपूर्ति में बाधा और कोविड-19 महामारी के चलते लगे लॉकडाउन और अन्य चिंताओं ने खुदरा महंगाई दर को 2020 में भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य से ऊपर ही रखा। अर्थव्यवस्था में सुधार की रफ्तार धीमी होने के बीच इस स्थिति के कम से कम निकट अवधि में बरकरार रहने की संभावना है।
ALSO READ: कृषि कानून किसान विरोधी हैं, महंगाई बेतहाशा बढ़ेगी : केजरीवाल
सालभर खाद्य वस्तुओं के दामों में तेजी ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति की दर को ऊपर बनाए रखा। मार्च के महीने में 5.91 प्रतिशत के स्तर को छोड़कर यह सालभर 6.58 से 7.61 प्रतिशत के दायरे में रही। विशेषज्ञों का मत है कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के करीब 6.3 प्रतिशत पर बनी रहेगी। 
 
आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी परेशानियों के बीच थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति मई में शून्य से 3.37 प्रतिशत से नीचे के निम्नतम स्तर और जनवरी में 3.1 प्रतिशत के उच्च स्तर पर रही। कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के चलते चरमराई देश की अर्थव्यवस्था में फिर से सुधार के शुरुआती संकेत दिखने लगे हैं। हालांकि 2020 में सरकार ने अप्रैल और मई के खुदरा मुद्रास्फीति आंकड़े भी जारी नहीं किए। इसकी वजह लॉकडाउन के चलते अधिकारियों का सर्वेक्षण के लिए क्षेत्र में नहीं पहुंच पाना रही।
ALSO READ: कोरोनाकाल में महंगाई की मार, 4 माह में 4 गुना बढ़े प्याज के दाम, बिगड़ा आलू का भी स्वाद
ग्राहकों को टमाटर, प्याज और आलू की खरीद के लिए भी जेब से ज्यादा रकम देनी पड़ी। हालांकि इनकी कीमतों को लेकर केंद्र सरकार भी चिंतित है इसलिए उसने 2 साल पहले 'ऑपरेशन ग्रीन्स' पहल की शुरुआत की है। इसका मकसद देशभर में वाजिब दाम पर इनकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करना है। भारतीय रसोइयों में इस्तेमाल होने वाली इन 3 प्रमुख सब्जियों की कीमत 60 से 80 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच रही। इसकी वजह बेमौसम बारिश के चलते इनका उत्पादन प्रभावित होना और लॉकडाउन से आपूर्ति में बाधा उत्पन्न होना रही।
 
रिजर्व बैंक के अनुमानों के मुताबिक खरीफ की बंपर पैदावार के चलते अनाजों के दाम में कमी आ सकती है लेकिन सर्दियों की सब्जियों और अन्य खाद्य वस्तुओं के दाम ऊंचे बने रहने की संभावना है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

मालेगांव विस्फोट मामला : 17 साल बाद सुनवाई पूरी, 323 गवाह, 34 बयान से पलटे, NIA की अदालत ने क्या सुनाया फैसला

BJP सांसद निशिकांत दुबे ने SC पर उठाए सवाल, धार्मिक युद्ध भड़का रहा सुप्रीम कोर्ट, बंद कर देना चाहिए संसद भवन

1 साल तक नियमित बनाए शारीरिक संबंध, मैसेज ने उड़ाए होश, ब्वॉयफ्रेंड निकला भाई

Mustafabad Building Collapse : कैसे ताश के पत्तों की तरह ढह गई 20 साल पुरानी 4 मंजिला इमारत, 11 की मौत, चौंकाने वाला कारण

क्या Maharashtra में BJP पर भारी पड़ेगा हिन्दी का दांव, क्या 19 साल बाद उद्धव और राज ठाकरे फिर होंगे एकसाथ

सभी देखें

नवीनतम

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर और बीजापुर में 7 नक्सली गिरफ्तार

Pakistan : बलूचिस्तान में 5 आतंकी ढेर, सुरक्षाबलों पर किया था हमला

Maharashtra : अलग-थलग पड़े लोगों को एक साथ आना चाहिए, राज और उद्धव के साथ आने की अटकलों पर BJP का बयान

Supreme Court को कमजोर करने में जुटी है BJP, जानिए किसने लगाया यह बड़ा आरोप

पंजाब में 2 आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़, 13 गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार बरामद

अगला लेख