चीन के 52 ऐप्स पर भारतीय खुफिया एजेंसियों की टेढ़ी नजर

Webdunia
गुरुवार, 18 जून 2020 (15:36 IST)
लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में 20 भारतीयों सैनिकों की शहादत के बाद भारत में चीन के खिलाफ काफी गुस्सा है। एक तरफ जहां चीनी प्रोडक्ट्‍स के बहिष्कार की मांग उठ रही हैं, वहीं चीन के 52 ऐप्स खुफिया एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सरकार आने वाले समय में इन ऐप्स पर बेन लगा सकती है।
 
सूत्रों का कहना है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने 52 मोबाइल एप्लिकेशन की लिस्ट जारी की है। इन सभी ऐप्स का चीन से संबंध है। बताया जा रहा है कि इस लिस्ट को अप्रैल में ही बनाया गया था। अब सरकार को लिस्ट सौंपी गई है, जिससे सरकार इन ऐप को ब्लॉक कर दे या फिर लोगों को डाउनलोड न करने की सलाह दे।
 
इस सूची में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम, पॉपूलर सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयरइट, क्लिन-मास्टर जैसे लोकप्रिय ऐप भी शामिल हैं।
 
उल्लेखनीय है कि भारत चीन सैन्य झड़प के बाद से ही देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की मांग उठ रही है। व्यापारिक संगठन कैट ने 500 चीनी सामानों की सूची तैयार की है और लोगों से इसका इस्तेमाल नहीं करने की अपील की है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश के झूठ की खुली पोल, हिन्दुओं पर हुए 2200 हमले

MPPSC छात्रों का आंदोलन जारी

जया बच्चन का तंज, भाजपा सांसद सारंगी, राजपूत, कोन्याक को ‘अभिनय’ के लिए मिले पुरस्कार

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान टला बड़ा हादसा

सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत पर भूपेंद्र सिंह का हमला

सभी देखें

नवीनतम

क्‍या व्हाइट हाउस में है इमरजेंसी, बाइडेन और कमला हैरिस ने क्‍यों रद्द किया हॉलिडे प्लान

SC ने बढ़ाई NEET-UG एडमिशन की समयसीमा, कहा- मेडिकल सीटें बर्बाद नहीं होनी चाहिए, डॉक्‍टरों की कमी का सामना कर रहा देश

अलीगढ़ में मिला एक और शिव मंदिर, कई वर्ष से था बंद

राहुल ने कहा, निर्दयी न बने सरकार, किसान नेता डल्लेवाल से बात करे

यातायात चालान कानून व्यवस्था को बढ़ावा देते हैं : न्यायमूर्ति मनमोहन

अगला लेख