भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) बुधवार की शाम को देश का 35वां संचार सेटेलाइट जीसैट-7ए लांच करने जा रहा है। इससे इंटरनेट की रफ्तार तेज होगी। इसरो ने मंगलवार सुबह से जीसैट-7ए के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती (काउंट डाउन) शुरू कर दी है।
इसरो के अनुसार, संचार सेटेलाइट जीसैट-7ए को उपग्रह प्रक्षेपण यान जीएसएलवी-एफ-11 के जरिए श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे स्टेशन से लांच किया जाएगा। आपको क्या मिलेगा लाभ :
-
इसका सबसे ज्यादा लाभ इंटरनेट यूजर्स को मिलेगा। इससे इंटरनेट की रफ्तार तेज होगी।
-
जीसैट 7ए इसरो द्वारा निर्मित 35वां सैटेलाइट है।
-
जीसैट-7ए भारतीय क्षेत्र में केयू बैंड में उपयोगकर्ताओं को संचार क्षमता प्रदान करेगा।
-
इसरो के अनुसार इस सैटेलाइट मिशन की अवधि 8 साल की होगी।
-
2018 में इसरो का ये 7वां मिशन होगा।
-
इस सैटेलाइट का कुल वजन 2250 किलो है।
-
50 मीटर लंबा जीएसएलवी एफ 11 उपग्रह प्रक्षेपण यान 13वीं उड़ान भरेगा।
-
यह उपग्रह प्रक्षेपण यान जीसैट 7-ए को भू समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में स्थापित करेगा।
-
लांचर से अलग होने के कुछ दिन बाद ही सैटेलाइट अपनी कक्षा में स्थापित हो जाएगा।