नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ 3 घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक में जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने 5 मांगें रखी हैं। इनमें जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग भी शामिल है।
सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की है क्योंकि पूर्ण राज्य का दर्जा देने का यह सही समय है।
आजाद ने कहा कि हमारी दूसरी मांग थी कि राज्य में जल्द विधानसभा चुनाव होने चाहिए। साथ ही केन्द्र सरकार से यह भी कहा कि कश्मीरी पंडितों की कश्मीर में वापसी होनी चाहिए।
बैठक के दौरान केन्द्र सरकार से डोमिसाइल जमीन की गारंटी भी मांगी गई। आजाद ने कहा कि हमने राजनीतिक कैदियों की शीघ्र रिहाई की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय बैठक बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई, इसमें लड़ाई का माहौल बिलकुल भी नहीं था।
दूसरी ओर, बैठक के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में चुनाव से पहले परिसीमन होगा, उसके बाद चुनाव कराए जाएंगे तथा चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने भी विधानसभा चुनाव को प्राथमिकता बताया। वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि कश्मीर में हालात ठीक नहीं हैं।