जम्मू। श्रीनगर में नाका तोड़ने वाले एक शख्स को CRPF कर्मियों ने गोली मार दी। बाद में उसकी मौत हो जाने के बाद कश्मीर में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ इलाकों में इंटरनेट को बंद कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जांच की मांग की है।
बडगाम में बुधवार को एक नागरिक ने बिना इजाजत और चेकिंग के वाहन से 2 नाकों को पार करने की कोशिश की। नाके पर तैनात सीआरपीएफ जवानों से उसे रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुका। इसके बाद उन्हें हवा में गोली चलानी पड़ी।
इस दौरान गोली लगने से यह व्यक्ति घायल हो गया। इसके बाद इसे एसएचएमएस अस्पताल श्रीनगर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि इस संबंध में अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। घटना नरबल कवोसा इलाके की है। घटना के बाद से स्थानीय लोगों ने इस घटना का विरोध करना शुरू कर दिया और कुछ लोगों द्वारा प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
एसएसपी बडगाम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि एक व्यक्ति नाका तोड़ने की कोशिश के दौरान घायल हुआ। घायल व्यक्ति की पहचान माखामा बीरवाह बडगाम के पीर मेहराजुद्दीन के रूप में हुई है। उसने ऐसा क्यों किया, इस बात का खुलासा अभी नहीं हो सका है।
उसकी मौत की खबर फैलने के साथ ही पूरे इलाके में तनाव पैदा हो गया। कुछ लोगों ने सुरक्षाबलों के खिलाफ नारेबाजी भी की। अलबत्ता, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति पर काबू पा लिया।
एसएसपी अनंतनाग अमोद नागपुरे ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सीविल कार ने दो जगह नाका तोड़ भागने का प्रयास किया। इस पर नाके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने गोली चलाई। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच का भी आदेश दिया गया है।
घटना की जानकारी मिलने पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपप्रधान उमर अब्दुल्ला ने अपने ट्वीटर हैंडल पर बडगाम निवासी की नाका फायरिंग में हुई मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि किन परिस्थितियों में यह हादसा हुआ, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।