जम्मू-कश्मीर में 5 महीनों में 90 आतंकी ढेर

सुरेश एस डुग्गर
शुक्रवार, 22 मई 2020 (11:22 IST)
जम्मू। इस पर, खुशी मनाई जाए या नहीं, सुरक्षाबल फिलहाल असमंजस में हैं। उन्होंने इस साल 5 महीनों में अभी तक 90 आतंकियों को ढेर कर दिया है। लेकिन 22 और ने आतंकवाद की राह को थाम लिया है। इतना जरूर था कि इस बार 5 माह में शहीद होने वाले सैनिकों का आंकड़ा पिछले साल से बहुत कम है। वर्ष 2019 में 5 महीनों में 62 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे जबकि इस बार अभी तक 26 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं।
 
दरअसल पिछले साल पुलवामा में 45 के करीब सैनिकों की शहादत के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ जो अभियान छेड़ा वह अभी भी जबरदस्त कामयाबी की ओर बढ़ रहा है। इसी का परिणाम है कि पिछले साल 163 और इस बार 141 दिनों में 90 आतंकी मारे गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक, औसतन प्रतिदिन मरने वाले आतंकियों का आंकड़ा एक है।
 
मारे गए आतंकियों में कई कमांडर भी हैं। कईयों की तो पिछले 12 सालों से तलाश थी तो कई ऐसे भी थे जो 12 घंटे पहले ही आतंकवाद की राह पर चले थे। पर इस कामयाबी की खुशी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नहीं है। जिनकी चिंता का कारण लगातार आतंकवाद की राह पर युवाओं का चलते जाना है।
 
अभी 300 सक्रिय : आंकड़े बताते हैं कि अगर 150 दिनों में 90 आतंकी मारे गए तो 22 नए आतंकी पैदा हो गए। ये स्थानीय लड़के थे जिन्हें बरगलाने में पाक परस्तों ने कामयाबी पाई थी। हालांकि पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के बकौल कश्मीर में अभी भी 300 से अधिक स्थानीय और विदेशी आतंकी सक्रिय हैं।
 
2018 में 288 मारे थे : वर्ष 2018 में 288 आतंकी मारे गए थे जो वर्ष 2010 के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा था। अधिकारी कहते हैं कि आतंकियों के विरूद्ध हल्लाबोल कार्रवाई के तहत उन्हें मार गिराने का सिलसिला और तेज किया जाएगा। इतना जरूर था कि रमजान महीने के शुरुआत में पुलिस ने एक चर्चा फैलाई थी कि वह आतंकियों के विरूद्ध अभियानों को सीमित करेगी पर उसने ऐसा करने की बजाय सूचना आधारित अभियानों की शुरुआत कर रमजान में प्रतिदिन कम से कम 2-3 आतंकियों को ढेर कर सभी को चौंका दिया।
 
रमजान में घर आ रहे थे आतंकी : पुलिस के मुताबिक, यह कामयाबी इसलिए मिल पाई थी क्योंकि रमजान में अक्सर आतंकी अपने घरों की ओर दौड़ लगा रहे थे और सुरक्षाबलों ने इसी का लाभ उठाते हुए उन्हें तड़के आरंभ किए जाने वाले अभियानों में ही मार गिराना आरंभ कर दिया। जानकारी के मुताबिक, अब आतंकी अपने परिवारों से मिलने को नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्हें मारे जाने का खतरा पैदा हो गया है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: गुयाना की संसद के विशेष सत्र में बोले PM मोदी- 'यह पसीने और परिश्रम का है रिश्ता'

Delhi Pollution : दिल्ली में बढ़ी CNG और BS-6 वाहनों की मांग

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

Delhi Pollution : केंद्रीय कर्मचारियों की ऑफिस टाइमिंग बदली, प्रदूषण के चलते नई एडवाइजरी जारी

आतंकी हमले से दहला पाकिस्तान, 50 की मौत, 20 घायल

अगला लेख