कश्मीर में इन गोलियों से होगी भीड़ काबू

Webdunia
सोमवार, 17 अप्रैल 2017 (22:48 IST)
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भीड़ एवं पथराव करने वाले लोगों पर काबू पाने के लिए घाव नहीं करने वाली प्लास्टिक गोलियों का इस्तेमाल किए जाने की संभावना है ताकि आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान लक्ष्य से इतर होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
 
हालांकि गैर घातक श्रेणी में आखिरी उपाय के तौर पर पैलेट गन का इस्तेमाल जारी रहेगा। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हजारों की संख्या में प्लास्टिक की गोलियों का उत्पादन किया गया और विधि प्रवर्तन एजेंसियों के इस्तेमाल के लिए कश्मीर घाटी भेज दिया गया है।
 
उन्होंने बताया कि प्लास्टिक की गोलियों से घाव नहीं होता और इन्हें इंसास राइफल से दागा जा सकता है। सुरक्षा बलों को अक्सर हिंसक विरोध प्रदर्शनों, पथराव करने वाली भीड़ का सामना करना पड़ता है। यह स्थिति सुरक्षा बलों एवं आतंकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान विशेष रूप से बनती है। कई बार आतंकी भीड़ की मदद से फरार होने में सफल हो जाते हैं।
 
इस समय सुरक्षा बल भीड़ पर काबू पाने के लिए रायफलों के इस्तेमाल से पहले गैर घातक श्रेणी में आखिरी विकल्प के तौर पर पावा (पेलार्गोनिक एसिड वैनिलिल एमाइड) गोलों और पैलेट गन का इस्तेमाल करते हैं। (भाषा)

Show comments

जरूर पढ़ें

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

दैत्यों के साथ जो होता है, वही हुआ, महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बोलीं कंगना रनौत

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

सभी देखें

नवीनतम

UP : संभल में कैसे भड़की हिंसा, 3 लोगों की मौत का कौन जिम्मेदार, औवेसी का भी आया बयान, क्या बोले पुलिस अधिकारी

Maharashtra Assembly Election Results 2024 : महाराष्ट्र में हार शरद पवार ने तोड़ी चुप्पी, EVM को लेकर दिया बयान

मस्‍क और रामास्वामी को लेकर सलाहकार ने दी चीन को यह चेतावनी

हेमंत सोरेन होंगे मुख्‍यमंत्री, राज्यपाल ने दिया न्‍योता, 28 नवंबर को लेंगे शपथ

संभल में जामा मस्जिद सर्वे पर बवाल, 3 की मौत, उपद्रवियों ने पुलिस पर चलाई गोली, जानिए क्या है पूरा मामला

अगला लेख