Jammu and Kashmir : डोडा में कल सेना के 4 जवानों की जान लेने वाले विदेशी आतंकियों के उस दल से आज तड़के ग्राम सुरक्षा गार्ड के सदस्यों का टकराव हुआ है। दोनों पक्षों में कुछ देर गोलीबारी होने के उपरांत आतंकी जंगलों में भागने में कामयाब रहे हैं। इस बीच राजौरी, पुंछ और रामगढ़ के इलाकों में आतंकी देखे जाने के बाद बड़ा तलाशी अभियान छेड़ा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि देस्सा के उररनबग्गी इलाके में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक कैप्टन रैंक के अधिकारी सहित 4 सैनिकों के मारे जाने के 1 दिन बाद बुधवार सुबह डोडा जिले के देस्सा इलाके के मालन गांव से एक संक्षिप्त गोलीबारी की खबर मिली। यह गोलीबारी आज तड़के विलेज डिफेंस गार्ड (वीडीजी) के सदस्यों और आतंकवादियों के बीच हुई।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद वीडीजी सदस्यों ने आतंकवादियों पर गोलीबारी शुरू कर दी। एक अधिकारी ने बताया कि यह एक संक्षिप्त गोलीबारी थी और अभी तक किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है। सुरक्षा बलों को इलाके में भेज दिया गया है जबकि छिपे हुए आतंकवादियों का पता लगाने के लिए घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है।
जानकारी के लिए 15 जुलाई की शाम करीब 9 बजे गोलीबारी में सेना के एक अधिकारी कैप्टन बृजेश थापा सहित चार सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। संदिग्ध गतिविधि देखे जाने के बाद 9 जुलाई से इलाके में तलाशी अभियान चलया जा रहा है।
इस बीच अधिकारियों ने बताया कि कल देर रात पुंछ, राजौरी और सांबा जिलों में संदिग्ध गतिविधियों के बाद सुरक्षा बलों ने जमीनी और हवाई तलाशी अभियान शुरू किया। सीमा और अंदरूनी इलाकों में सेना पहले से ही हाईअलर्ट पर है। बेतर नदी के पास दो लोगों की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद भारतीय सेना और विशेष अभियान समूह या एसओजी ने तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी जिले के नौशहरा के सीमावर्ती इलाके में ड्रोन की मदद से पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के साथ तलाशी अभियान शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में भी तलाशी जारी है।