बुरहान की बरसी पर आतंकी हमले, कर्फ्यू, अमरनाथ यात्रा रोकी

सुरेश एस डुग्गर
श्रीनगर। हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी की पहली बरसी पर शनिवार को आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमले किए। हमलों में सेना के चार जवान जख्मी हो गए। एलओसी के पार से पाक सेना ने गोले भी दागे, जिससे दो नागरिकों की मौत हो गई। पहली बरसी पर हिंसा की आशंका के चलते शनिवार को अमरनाथ यात्रा को भी रोक दिया गया।
 
पाकिस्तानी सेना ने के पुंछ सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया है। एलओसी पर पाक सेना की ओर से फायरिंग की गई, जिसका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। इधर जम्मू कश्मीर के ही बांदीपुरा सेक्टर में आज सुबह आतंकी हमला हुआ, जिसमें चार जवानों के घायल होने की खबर है।
 
आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर पाक सेना द्वारा भारतीय क्षेत्र में जमकर गोलाबारी की जा रही है। भारतीय सेना द्वारा पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। शनिवार की सुबह पाक सेना ने पुंछ जिले के गुलपुर, चकना दा बाग व खड़ी करमाड़ा सेक्टर में गोलाबारी शुरू कर दी। पाक सेना ने सैन्य चौकियों को निशाना बनाने के साथ-साथ रिहायशी क्षेत्रों को भी निशाना बनाकर गोलाबारी शुरू कर दी।
 
पाक सेना ने 120 एमएम के मोर्टार दागना शुरू कर दिए। इसी बीच एक मोर्टार मुहम्मद शौकत जो सेना का जवान है और इन दिनों अपने घर छुट्टी पर आया हुआ था, उसके घर गुलपुर में आकर गिरा। जिसमें मुहम्मद शौकत के साथ उसकी पत्नी की भी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि इस गोलाबारी से तीन अन्य लोग भी घायल हुए है, जिन्हें उपचार के लिए जिला अस्पताल पुंछ में ले जाया गया। भारतीय सेना द्वारा भी पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। इसके बावजूद भी पाक सेना लगातार भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी कर रही है। 
 
सेना प्रवक्ता ने कहा कि भारी गोलाबारी जारी है। एलओसी के पास खड़ी करमारा गांव में पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी में अब तक दो नागरिकों की मौत हो गई है तथा कई अन्य लोग घायल हो गए। पाकिस्तान की ओर से जून माह में संघर्ष विराम की 23 घटनाएं, पाकिस्तान के विशेष दस्ते का एक हमला और घुसपैठ की दो घटनाएं हुई हैं, जिनमें तीन जवान शहीद होने के साथ चार लोगों की मौत हो गई थी तथा 12 अन्य घायल हो गए थे।
 
इस बीच कश्मीर के बांदीपोरा जिले में एक गश्ती दल पर आतंकवादियों की गोलीबारी में एक कैप्टन सहित सेना के चार कर्मी घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार देर रात बांदीपोरा के हाजिन इलाके में आतंकवादियों ने सेना के एक गश्ती दल पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले। अधिकारी ने बताया कि घायलों को यहां 92 बेस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
 
बुरहान की बरसी पर हिंसा की आशंका के चलते जम्मू से रवाना होने वाले अमरनाथ यात्रियों के जत्थे को आज रवाना नहीं किया गया। दरअसल, अधिकारियों को आशंका थी कि पत्थरबाज अमरनाथ के श्रद्धालुओं को क्षति पहुंचा सकते हैं। हालांकि अभी तक इसके प्रति कोई फैसला नहीं हुआ था कि कल भी अमरनाथ यात्रा स्थगित रहेगी या उसे आगे जाने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि बुरहान की बरसी के कारण कश्मीर के हालात नाजुक बने हुए हैं।
 
कई इलाकों में कर्फ्यू, हिंसा : कश्मीर में जमकर हिंसा हुई। हालांकि प्रशासन ने कश्मीर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगाकर प्रदर्शनों को रोकने की नाकाम कोशिश की, पर वह कामयाब नहीं हो पाया। बरसी के मौके पर कश्मीर में जनजीवन थमकर रह गया है। हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी की मौत को एक साल पूरा होने पर आज अलगाववादियों की रैली करने की योजना को नाकाम करने के लिए प्रशासन ने कश्मीर में त्राल समेत कई शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया और घाटी के शेष हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर पाबंदियां लगा दीं। पूरे कश्मीर में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों को तैनात किया गया।
 
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घाटी में शांति बनाए रखने के एहतियाती कदम के तौर पर पुलवामा जिले में वानी के पैतृक शहर त्राल में कर्फ्यू लगाया गया। सईद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक के नेतृत्व वाले हुर्रियत कॉन्‍फ्रेंस के दोनों धड़ों और यासीन मलिक के जेकेएलएफ समेत अलगाववादी संगठनों ने वानी को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों से त्राल तक मार्च करने के लिए कहा था। वानी पिछले वर्ष आज ही के दिन सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। घाटी में अन्य जगहों पर लोगों की आवाजाही पर पाबंदियों के सख्ती से लागू किया गया। विश्वविद्यालयों में आज होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया। बारामूला और बनिहाल के बीच रेल सेवाएं रद्द हैं। कश्मीर विश्वविद्यालय में शनिवार को होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।
 
हालांकि शोपियां जिले में महिलाओं समेत बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने पेलेट गन का इस्तेमाल किया, जिससे आठ महिलाएं घायल हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि बनगाम में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और रैली निकालने लगे। सुरक्षाबलों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद सुरक्षाबलों ने उन पर पेलेट गन दागे।
 
उन्होंने बताया कि पेलेट गन दागे जाने के बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं माने और उन पर पथराव करने लगे जिसके कारण उनमें से आठ महिलाएं घायल हो गईं। अधिकारियों ने बताया कि दो घायलों को श्रीनगर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि सुरक्षाबलों ने किसी तरह के उकसावे के बिना नदी से पानी भर रही महिलाओं पर पेलेट गन दागे।
 
बुरहान वानी के पिता मुजफ्फर अहमद वानी ने एक वीडियो मैसेज जारी कर घाटी में शांति और एकता स्थापित करने की मांग की थी। बुरहान के पिता ने लोगों से कहा कि बेटे के बरसी पर वह किसी भी तरह की अप्रिय घटना या हिंसा नहीं चाहते। वे एकता और शांति चाहते हैं।
 
किसी तरह की हिंसा से बचने के लिए प्रशासन ने रैनावाड़ी, खानयार, नौहट्टा, एमआर गंज और सफा कदल के तहत आने वाले पुलिस थानों कर्फ्यू लगाया गया। पुलवामा जिले के त्राल में भी कर्फ्यू लगाया गया, जो वानी का पैतृक कस्बा है। वानी को पिछले साल अनंतनाग जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया था। अलगाववादियों की ओर से आहूत विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर प्रशासन ने अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, कुलगाम, बारामूला, सोपोर और कुछ अन्य स्थानों पर भी प्रतिबंध लगाया है।
 
लेफ्टिनेंट जनरल डी. अन्बू, उत्तरी कमान के जनरल ऑफ कमांडर और लेफ्टिनेंट जेएस संधू, श्रीनगर के कॉर्प्स कमांडर ने शुक्रवार को दक्षिण कश्मीर का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा भी की। मोबाइल फोन और फिक्सड लैंडलाइन पर इंटरनेट सेवाएं शनिवार को दूसरे दिन भी बंद हैं। प्रशासन का कहना है कि राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए किसी तरह के दुष्प्रचार को रोकने हेतु यह कदम उठाया गया है।
 
आतंकी और अलगाववादी संगठनों की ओर से 'त्राल चलो' के आह्वान को देखते हुए प्रशासन ने पूरी वादी में सुरक्षा प्रबंध बेहद कड़े कर किए गए थे। इंटरनेट व रेल सेवा को गुरुवार की शाम से ही अगले आदेश तक बंद रखने के साथ पूरी वादी में निषेधाज्ञा जारी रखने का फैसला लिया गया है। शरारती तत्वों और पत्थरबाजों की धरपकड़ जारी रखते हुए पुलिस ने शुक्रवार को करीब 50 लोगों को हिरासत में ले लिया।
 
उदारवादी हुर्रियत कॉन्‍फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह, नईम अहमद खान, हिलाल वार समेत सभी प्रमुख अलगाववादियों की नजरबंदी को प्रशासन ने और ज्यादा सख्त कर दिया है। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में बैठे आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस, सीआरपीएफ व सेना के जवानों ने अपने अभियान जारी रखते हुए शुक्रवार को लालचौक के साथ सटे केएमडी स्टैंड मैसूमा के अलावा सौरा, हारवन, बेमिना और पुलवामा, डाडसर, बिजबिहाड़ा, काजीगुंड, रेडवनी में कई जगह छापेमारी भी की। 
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