जयललिता, शशिकला के बैंक खाते बढ़ते गए

Webdunia
बुधवार, 15 फ़रवरी 2017 (08:52 IST)
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि वर्ष 1991 और 1995 के बीच जे जयललिता और वी के शशिकला के 50 बैंक खातों का तेजी से बढ़ना निचली अदालत के निष्कर्षों  को विश्वसनीयता देता है। 
 
न्यायालय ने कहा कि इन खातों का इस्तेमाल उनके बिना हिसाब के रकम का अंतरण करने में किया गया। शीर्ष अदालत ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों को दोषी ठहराया है। न्यायालय ने निचली अदालत के निष्कर्षों का उल्लेख किया और कहा कि मामले में प्रतिवादी उनके बैंक खातों में बड़ी मात्रा में धन जमा होने के संबंध में संतोषजनक उत्तर देने में विफल रहे।
 
न्यायमूर्ति पी सी घोष और न्यायमूर्ति अमिताभ रॉय की पीठ ने अपने फैसले में कहा कि निचली अदालत ने जांच की अवधि की शुरुआत के दौरान गौर किया था कि प्रारंभ में जयललिता और शशिकला के नाम पर बमुश्किल 10 से 12 बैंक खाते थे लेकिन उसके बाद बढ़कर 50 खाते हो गए। अदालत ने कहा कि खाते में विभिन्न प्रविष्टियों के जरिए जमा और निकासी एक ही कोष से धन के लेन-देन के गुणन का संकेत देती है। (भाषा) 

Show comments

जरूर पढ़ें

फोटोबाजी के चक्कर में 6 फुट गहरे गड्ढे में गिरे नेताजी, नींव में सीमेंट डालने की कोशिश में फिसला पैर

निमिषा प्रिया के परिजन फांसी टलने से खुश, जिंदा रहने की उम्मीद भी बढ़ी

चीन में जिनपिंग-जयशंकर की मुलाकात पर राहुल गांधी का तंज, विदेश मंत्री चला रहे हैं सर्कस

Samosa, जलेबी जैसे फूड प्रोडक्ट पर चेतावनी लेबल, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नहीं दिया निर्देश, पीआईबी ने बताया सच

मोटापे की फिक्र या फास्‍टफूड माफिया की साजिश, समोसे जलेबी नाश्‍ते पर चेतावनी, पित्‍जा बर्गर क्‍या अमृत है?

सभी देखें

नवीनतम

अब असम और पश्चिम बंगाल में भी होगा रेयर अर्थ तत्वों का खनन

इंडोनेशिया पर फूटा टैरिफ बम, ट्रंप ने लगाया 19 फीसदी टैक्स

क्या जयशंकर की जगह लेंगे हर्षवर्धन श्रृंगला? विदेश मंत्रालय में हलचल तेज

Congress Meeting : ऑपरेशन सिंदूर से लेकर एयर इंडिया प्लेन क्रैश तक, मानसूत्र सत्र में सरकार को इन मुद्दों पर घेरेगी कांग्रेस

राज ठाकरे ने किया खुलासा, कब करेंगे उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन

अगला लेख