पटना। नीतीश के फूलपुर से चुनाव लड़ने की खबरों से उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। जदयू नेता ललनसिंह ने दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सपा प्रमुख अखिलेश यादव का गठजोड़ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में ताकतवर भाजपा को मात दे सकता है। दोनों नेताओं से साथ प्रचार करने से भाजपा 65 से 20 सीट पर सिमट जाएगी।
जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने यहां यह दावा करते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में पार्टी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि वास्तविक नेता नीतीश कुमार अगला लोकसभा चुनाव पड़ोसी राज्य में लड़ें।
जदयू प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव उम्मीदवार के रूप में हमारे मुख्यमंत्री के लिए सबसे उत्साही मांग फूलपुर से आई है। इसी तरह की मांग अंबेडकर नगर और मिर्जापुर के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई है। चुनाव एक साल से अधिक दूर हैं, इसलिए हम ऐसी मांगों को स्वीकार या अस्वीकार करने के संदर्भ में अभी नहीं सोच रहे हैं।
ललन सिंह ने संकेत दिए कि उनकी पार्टी मुलायम सिंह यादव द्वारा स्थापित सपा के साथ गठजोड़ करना चाहेगी, जिनसे कुमार अपनी हालिया दिल्ली यात्रा के दौरान मिले थे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और अखिलेश यादव अगर मिलकर यूपी में प्रचार करते हैं तो भाजपा 65 से 20 सीट पर पहुंच जाएगी।
क्या बोली सपा : कई समाजवादी पार्टी के नेताओं का मानना है कि अगर नीतीश कुमार फूलपुर से चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्हें पहले सपा और अखिलेश यादव से चर्चा करना चाहिए। हालांकि मीडिया खबरों की माने तो अखिलेश ने ही नीतीश को यूपी में अपनी पसंद की सीट पर चुनाव लड़ने को कहा है।