नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि भारत में 1800 लोगों पर सिर्फ एक ही वकील है, जबकि अमेरिका में 200 व्यक्तियों पर एक वकील होता है।
मुख्य न्यायाधीश ने सवाल करते हुए कहा कि भारत में वकीलों की जनसंख्या कितनी है? उन्होंने कहा कि देश में 13-14 वकील हैं, जो कि काफी नहीं है। यह संख्या बढ़नी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अमेरिका 200 लोगों पर एक वकील होता है, जबकि भारत में यह संख्या 1800 है। अर्थात यहां 1800 लोगों पर एक ही वकील है।
न्यायमूर्ति गोगोई ने कहा कि कानूनी सहयोग एक बड़ा विषय है। भारत में 67 प्रतिशत कैदी अंडरट्रायल हैं। इनमें भी 47 फीसदी 18 से 30 वर्ष के बीच के हैं। इसका साफ मतलब है कि भारत की बड़ी युवा आबादी मुकदमा झेल रही है। इतना ही नहीं वकीलों की क्वालिटी में भी सुधार होना चाहिए।