करतारपुर साहिब कॉरिडोर : भारत-पाकिस्तान में बैठक, होगा इन मतभेदों को दूर करने का प्रयास

Webdunia
रविवार, 14 जुलाई 2019 (07:36 IST)
अमृतसर। करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर आज रविवार को पाकिस्तान के वाघा बॉर्डर पर भारत और पाकिस्तान के अधिकारी बातचीत के लिए आमने-सामने होंगे। पिछली बैठक 14 मार्च को अटारी यानी भारत की सीमा के अंदर हुई थी।
 
गुरु नानकदेवजी की 550वीं जयंती के लिए दोनों देश इस कॉरिडोर को श्रद्धालुओं के लिए खोलने पर काम रहे हैं, लेकिन अभी भी दोनों देशों के बीच इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्रा की शर्तों पर मतभेद कायम हैं।
 
कुछ मतभेद जिन पर आज की मुलाकात में चर्चा होगी, इनमें भारत चाहता है कि दर्शन के लिये कोई फीस नहीं होनी चाहिए। लेकिन पाकिस्तान दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए वीजा की तर्ज पर परमिट देगा जिस पर फीस होगी और खास दिन में यह फीस बढ़ाई भी जा सकेगी। आस्था को देखते हुए भारत श्रद्धालुओं को पैदल जाने की अनुमति चाहता है जबकि पाकिस्तान श्रद्धालुओं को बस में लेकर जाना चाहता है।
 
पाकिस्तान की तरफ से जीरो लाइन पर पुल बनाना चाहिए, लेकिन पाक पुल बनाने को तैयार नहीं है। भारत चाहता है कि 1 या 2 श्रद्धालु जाना चाहे तो जा सके, पाकिस्तान कम से कम 15 लोग का ग्रुप लेकर जाना चाहता है। 
 
भारत चाहता है कि यात्रा सप्ताह के सातों दिन खुली रहे, पाक हफ्ते में कुछ दिन तय करना चाहता है। भारत दिन के 5,000 श्रद्धालुओं और विशेष पर्वों पर 10,000 श्रद्धालुओं की अनुमति चाहता है, लेकिन पाक दिन के सिर्फ 500 से 700 श्रद्धालुओं को अनुमति देने पर अड़ा है। यह बैठक आज सुबह 10 बजे शुरू होगी और करीब 1 बजे तक चलेगी। इसके बाद भारत का प्रतिनिधिमंडल दोपहर 2 बजे पत्रकारों पूरे मामले पर जानकारी देगा।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

ट्रंप ने दिए संकेत, भारत पर लगेगा 20 से 25 फीसदी टैरिफ

पुलिस ने महिला को पहनवाया सीट बेल्ट, 15 मिनट बाद हादसे में बची जान

LIVE: भूकंप के तेज झटकों से थर्राया रूस, सुनामी की चेतावनी

ऑपरेशन सिंदूर पर PM मोदी के जवाब पर आया राहुल गांधी का पहला रिएक्शन, जानिए क्या कहा

1962 के युद्ध के लिए नेहरू की तरह पणिक्कर भी चीन नीति पर बलि का बकरा बन गए : शिवशंकर मेनन

अगला लेख