केरल में छात्र में निपाह वायरस की पुष्टि के बाद हाईअलर्ट, 311 लोग विशेष निगरानी में

Webdunia
मंगलवार, 4 जून 2019 (22:52 IST)
कोच्चि। उत्तर केरल के 2 जिलों में निपाह वायरस के कारण 17 लोगों की जान जाने के एक साल बाद इस बीमारी ने एक बार फिर प्रदेश में अपने पांव पसारे हैं और 23 वर्षीय एक कॉलेज छात्र में इसके संक्रमण की पुष्टि की गई है। सरकार ने कहा कि विभिन्न जिलों के 311 लोग जिनके साथ यह छात्र संपर्क में आया, उन्हें निगरानी में रखा गया है। इसके बाद को हाईअलर्ट पर रखा गया है।
 
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि पुणे स्थित राष्‍ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में छात्र के रक्त के नमूने की जांच की गई जिसमें निपाह के संक्रमण की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि जांच की रिपोर्ट आज सुबह आई।
 
इससे पहले दो विषाणु विज्ञान संस्थानों-मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और केरल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एंड इंफेक्शियस डिजीज़ेज - में भी रक्त के नमूनों की जांच की गई थी जिनमें निपाह के संकेत मिले थे।
ALSO READ: खतरनाक संक्रमण, निपाह वायरस से बचने के कारगर घरेलू उपाय
 
सरकार ने कहा कि तीन-चार लोग जिन्होंने शुरू में छात्र की देखभाल की और एक व्यक्ति जो उसके साथ पढ़ता है, बुखार और गले में खराश से पीड़ित हैं।
 
इन लोगों को यहां कलामास्सेरी मेडिकल कॉलेज में विस्तृत चिकित्सा जांच के लिए खासतौर पर बनाए गए अलग वार्ड में रखा गया है। अधिकारियों के मुताबिक छात्र की हालत संतोषजनक है। 
ALSO READ: केरल में फिर फैल रहा है निपाह वायरस, जानिए इस खतरनाक वायरस से जुड़ी 6 खास बातेंं
शैलजा ने बताया कि यहां के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन छात्र की हालत स्थिर है और उसे वेंटीलेटर जैसी किसी जीवनरक्षक प्रणाली पर नहीं रखा गया है। 
 
उन्होंने बताया कि मरीज की ठीक से देखभाल की जा रही है। कभी-कभार मरीज बुखार के कारण बैचेन हो जाता है। हम अच्छे परिणाम की उम्मीद करते हैं। 
 
सरकार द्वारा शाम को जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया कि छात्र के संपर्क में आने वाले 311 लोगों की सूची तैयार की गई है और उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।
 
एर्नाकुलम जिले में रहने वाला छात्र इडुक्की जिले के थोडापुझा के एक कॉलेज में पढ़ता है। वह छात्र एक समूह के साथ त्रिशूर जिले में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने गया था।
 
सरकार ने लोगों से बिना घबराए इस बीमारी का प्रसार रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा है। लोगों में भरोसा बरकरार रखने के प्रयास में शैलजा ने कहा कि हमें विश्वास है कि हम इसका सामना कर सकते हैं। हमने पिछले साल कोझीकोड में इसका सामना किया था और इसे काबू किया था।
 
मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि स्वास्थ्य नेटवर्क चुनौती से निपटने में सक्षम है।
 
विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि हम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों की एक टीम कोच्चि पहुंची है। उनके दिशा-निर्देशों का उपयोग वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए भी किया जाएगा।
 
विजयन ने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की निगरानी में सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति के संपर्क में आए सभी लोगों का पता लगा लिया गया है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। केंद्र ने भी मंगलवार को केरल के लिए 6 सदस्यीय टीम को भेजा है।
 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा से भी मौजूदा स्थिति पर चर्चा की और केंद्र की ओर से राज्य को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख