कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व पार्टी अध्यक्ष खरगे विपक्षी दलों की बैठक के लिए पटना पहुंच गए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर दोनों दिग्गजों का स्वागत किया।
खरगे ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शायद यह पता होगा कि अध्यादेश का विरोध या समर्थन संसद के बाहर नहीं, संसद के भीतर किया जाता है।
खरगे ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की, कुछ मीडिया खबरों में कहा गया कि अगर कांग्रेस ने दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ उसे समर्थन देने का वादा नहीं किया, तो आप विपक्षी दलों की पटना में होने वाली बैठक से बाहर हो जाएगी।
आप के इस रुख के बारे में पूछे जाने पर खरगे ने कहा कि शायद वह (केजरीवाल) खुद जानते हैं कि अध्यादेश का समर्थन या विरोध बाहर नहीं होता, यह सब सदन के अंदर होता है। संसद सत्र शुरू होने से पहले सारी पार्टियां मिलकर एजेंडा तय करती हैं, यह उन्हें मालूम होगा। 18-20 पार्टियों की बैठक होती है, जिसमें हर पार्टी के नेता शामिल होते हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इसका (अध्यादेश के मुद्दे का) बाहर इतना प्रचार क्यों हो रहा है, मुझे नहीं मालूम। उन्होंने कहा कि अध्यादेश को लेकर फैसला संसद के आगामी सत्र से पहले किया जाएगा।
Edited by : Nrapendra Gupta