'आप' की दरार बरकरार, इफ्तार पार्टी में नहीं शामिल हुए विश्वास

Webdunia
शनिवार, 24 जून 2017 (10:11 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भले ही कहते हैं कि उनकी पार्टी में सब ठीक चल रहा है लेकिन आप की अंदरुनी कलह किसी से छिपी नहीं है। इस बार केजरीवाल और कुमार विश्वास आमने-सामने हैं। सोशल मीडिया पर चल रहा विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। दरअसल, केजरीवाल ने इफ्तार पार्टी दी लेकिन इसमें कुमार विश्वास को नहीं बुलाया गया जिसके बाद से पार्टी में एक बार फिर से विवाद खड़ा हो गया है।

सत्ता संभालने के बाद केजरीवाल ने तीसरी बार इफ्तार पार्टी दी जिसमें 2 बार तो विश्वास आमंत्रित किए गए थे लेकिन इस बार वे इफ्तार पार्टी में कहीं नजर नहीं आए जिसके बाद सबका ध्यान इस तरफ चला गया कि विश्वास क्यों नहीं आए।

हैरानी वाली बात है कि केजरीवाल ने उन्हें निमंत्रण तक नहीं भेजा, वहीं इप्तार में नहीं बुलाए जाने पर विश्वास ने कहा कि 'यह दिल्ली सरकार का विशेष अधिकार है कि इसमें किसे बुलाया जाए और किसे नहीं? जंतर-मंतर में जो आंदोलन शुरू हुआ था, वो इसलिए तो नहीं हुआ था कि दिल्ली सरकार मुझे इफ्तार में बुलाए या न बुलाए इसलिए यह सवाल गैर जरूरी है।'

उन्होंने कहा कि 2 साल तक मुझे बुलाया गया तो मैं वहां जाता रहा लेकिन इस बार बुलावा नहीं आया तो मैं नहीं पहुंचा। बहरहाल, अब केजरीवाल और विश्वास जो भी सफाई देंलेकिन एक बात तो साफ है कि आप में 'सबकुछ' ठीक नहीं है। (एजेंसी)
 
 
Show comments

जरूर पढ़ें

कठुआ मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर, पुलिस हेडकांस्टेबल शहीद, 7 सैनिक हुए घायल

महाराष्ट्र में कब होंगे विधानसभा चुनाव? आयोग ने बताई डेडलाइन

UP : संगीत सोम ने को-ऑपरेटिव के एआर को दी ऑफिस से उठाने की धमकी, ऑडियो वायरल

फोन पर प्यार भरी बातें, कमरे में बुलाकर हमबिस्तर, बिहार में सेक्सटॉर्शन गैंग का भंडाफोड़, करते थे 3 से 4 लाख की वसूली

Hyundai IPO : हुंडई ला रही है सबसे बड़ा आईपीओ, निवेशक क्यों कर रहे हैं बेसब्री से इंतजार?

सभी देखें

नवीनतम

तमिलनाडु कैबिनेट में बड़ा फेरबदल, उदयनिधि को बनाया डिप्‍टी CM, सेंथिल बालाजी की हुई वापसी

नसरल्लाह की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर में विरोध प्रदर्शन, महबूबा मुफ्ती ने रद्द किया चुनाव प्रचार

Nepal Flood : नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन ने मचाई तबाही, 59 लोगों की मौत, 36 अन्य घायल

अनुच्छेद 370 को केवल भारत सरकार ही बहाल कर सकती है : गुलाम नबी आजाद

हरियाणा में दर्द के दशक का करेंगे अंत : राहुल गांधी

अगला लेख