सरदार पटेल की जयंती पर गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ ही भाजपा के कई बड़े नेता मौजूद थे, लेकिन भाजपा के 'लौह पुरुष' कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी का इस समारोह में शामिल नहीं होने से कई सवाल उठ रहे हैं। आडवाणी के शामिल नहीं होने पर कई तरह की खबरें आईं।
गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। लालकृष्ण आडवाणी और देश के लौह पुरुष वल्लभभाई पटेल के बीच कई विशेषताएं समान हैं। दोनों देश के उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री रह चुके हैं।
आडवाणी सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रशंसक हैं। इसके बावजूद उनकी अनुपस्थित ने कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सवाल उठाने का मौका दिया। खबरें आईं कि आडवाणीजी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से वे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। कुछ लोगों का कहना था कि वे अपनी मर्जी से कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। गुजरात कांग्रेस के कई नेता भी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रोटोकॉल के अनुरूप आमंत्रित ही नहीं किया गया।