Weather Update: दिल्ली-NCR समेत मैदानी राज्यों में वर्षा जारी, IMD का 5 दिन भारी बारिश का अलर्ट

दिल्ली में 29 जून को पहुंचे मानसून में अब तक जितनी बारिश हुई है, वह सामान्य बारिश से करीब 8 प्रतिशत ज्यादा है। आईएमडी के अनुसार मैदानी राज्यों में वर्षा का दौर जारी है।

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 23 जुलाई 2025 (09:33 IST)
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार दिल्ली-NCR समेत मैदानी राज्यों में वर्षा का दौर जारी है। दूसरी ओर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले 5 दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में मंगलवार को तेज बारिश हुई जिससे कई इलाकों में जलभराव हो गया तथा यातायात जाम हो गया। दिल्ली में 29 जून को पहुंचे मानसून में अब तक जितनी बारिश हुई है, वह सामान्य बारिश से करीब 8 प्रतिशत ज्यादा है। आईएमडी के अनुसार मैदानी राज्यों में वर्षा का दौर जारी है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार राजधानी के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग ने मंगलवार शाम 5.30 बजे तक 8.8 मिमी बारिश दर्ज की जबकि रिज स्टेशन ने 22.4 मिमी और लोधी रोड ने 14.2 मिमी बारिश दर्ज की। दक्षिण दिल्ली, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली, राष्ट्रीय राजमार्ग 8, दिल्ली-जयपुर मार्ग, आईटीओ और एम्स सहित कई इलाकों में जलभराव के कारण यातायात जाम रहा।ALSO READ: दिल्ली में भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर लगा जाम, घंटों फंसे रहे यात्री
 
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार राजधानी में अब तक 234.6 मिमी बारिश हुई है जबकि सामान्य बारिश 217.5 मिमी होती है। केवल जुलाई महीने में ही सफदरजंग वेधशाला में 10 दिन तक 127.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई जबकि इस महीने का सामान्य औसत 143 मिमी है। अन्य निगरानी केंद्रों ने इससे अधिक बारिश दर्ज की। पालम वेधशाला में इस महीने अब तक 13 दिन बारिश हुई है जिसमें कुल 228.6 मिमी वर्षा हुई, जो कि मासिक औसत 150.7 मिमी से 52 प्रतिशत अधिक है।
 
आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार रिज स्टेशन ने इस महीने अब तक 175.6 मिमी बारिश दर्ज की जबकि सामान्य औसत 143.8 मिमी है। इस बीच दिल्ली में मंगलवार को मौसम सुहावना रहा और अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.3 डिग्री कम है।
 
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस साल के इस समय के लिए सामान्य तापमान है। राजधानी में दिन में आर्द्रता का स्तर 83 प्रतिशत के आसपास रहा। मौसम विभाग ने दिल्ली में बुधवार को सामान्यत: बादल छाए रहने और मध्यम बारिश की संभावना जताई है। वहीं, अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 31 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है।
 
राजस्थान में कई जगह हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार राजस्थान के कई इलाकों में मंगलवार एवं बुधवार को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि मंगलवार और बुधवार को बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, उदयपुर एवं कोटा संभाग के कुछ भागों में बादल गरजने के साथ हल्की एवं मध्यम बारिश होने की संभावना है।
 
उसने बताया कि कोटा एवं भरतपुर संभाग में बुधवार को कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश होने और 24 से 26 जुलाई तक राज्य में कहीं-कहीं हल्की एवं मध्यम बारिश होने का अनुमान है। विभाग ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है और इसके प्रभाव से गुरुवार को एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।ALSO READ: राजस्थान में भारी बारिश से लोगों को मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने जताई उम्म‍ीद
 
उसने बताया कि इसके कारण पूर्वी राजस्थान में 27 से 30 जुलाई के दौरान भारी बारिश की गतिविधियों में पुन: बढ़ोतरी होने के आसार हैं और कोटा संभाग में कहीं-कहीं अतिभारी बारिश तथा भरतपुर, जयपुर एवं उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।मंगलवार सुबह तक बीते चौबीस घंटे में राज्य में कहीं-कहीं हल्की वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक 13.0 मिलीमीटर बारिश भीम (राजसमंद) में हुई।
 
हिमाचल में भारी बारिश के दौरान ट्रक पर चट्टान गिरने से 2 घायल, 435 मार्ग अवरुद्ध : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भारी बारिश के दौरान एक पिकअप ट्रक पर चट्टान गिरने से उसका चालक और 1 यात्री घायल हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा लुहरी जाजर सड़क पर कानी नाले के पास सोमवार को तब हुआ, जब डेयरी किसानों से दूध खरीदने के बाद पिकअप ट्रक में उसे लेकर चालक वापस आ रहा थे। उन्होंने बताया कि घायलों की पहचान विक्रांत और राजेश के रूप में हुई है जिन्हें रामपुर के पास खनेरी के एक अस्पताल ले जाया गया।
 
राज्य में बारिश के कारण 3 राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 435 सड़कें बंद हैं। इनमें से 260 सड़कें आपदा प्रभावित मंडी जिले की हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार 534 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर और 197 जलापूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। मंडी जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग 21, मंडी-कुल्लू मार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग 154 (मंडी-पठानकोट) अवरुद्ध हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 707 (हटकोटी से पावंटा साहिब) भी सिरमौर जिले में शिलिया के पास बंद है।ALSO READ: देश में सामान्य से 9% ज्यादा बारिश, राजस्थान में 116 फीसदी अधिक
 
राज्य के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई। सोमवार शाम से अंब में 94.2 मिमी बारिश हुई है, इसके बाद भरारी (67.8 मिमी), बर्थिन (58.2 मिमी), स्लैपर (51 मिमी), नादौन (48.5 मिमी), जोगिंदरनगर (48 मिमी), अघार (46.2 मिमी), कसौली (44 मिमी), देहरा गोपीपुर (43 मिमी), घाघस (42.6 मिमी), मुरारी देवी (42 मिमी) और मलरांव (41 मिमी) में बारिश हुई है।
 
हिमाचल प्रदेश में 20 जून से मानसून के आगमन के बाद से राज्यभर में बारिश से संबंधित घटनाओं में 74 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लापता हैं। एसईओसी ने कहा कि राज्य में मानसून के वर्तमान मौसम में 36 बार अचानक बाढ़, 23 बार बादल फटने और 24 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे लगभग 1,246 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
 
मेघालय के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का पूर्वानुमान, चेतावनी जारी : शिलांग से मिले समाचारों के अनुसार भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मेघालय के 3 पूर्वी जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताते हुए बुधवार के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया। आईएमडी ने कहा कि पूर्वी खासी हिल्स, पश्चिमी जयंतिया हिल्स और पूर्वी जयंतिया हिल्स जिलों में तेज बारिश के साथ-साथ मेघ गर्जन और चमक के साथ तूफान आने की संभावना है।
 
इसने कहा कि गुरुवार को भी राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है और 'येलो अलर्ट' जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि खराब मौसम की संभावना के मद्देनजर सतर्क और तैयार रहने की जरूरत है। इसमें भूस्खलन, अचानक बाढ़ और संवेदनशील इलाकों में सड़कों के अवरुद्ध होने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को तेज बारिश में सतर्क रहने और यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
 
कृषिमंत्री ने संसद में दी जानकारी, 1.58 लाख हैक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित : सरकार ने मंगलवार को संसद को बताया कि इस साल 1 अप्रैल से अब तक 12 राज्यों में ओलावृष्टि, भारी बारिश और बाढ़ के कारण 1.58 लाख हैक्टेयर से अधिक फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। केंद्रीय कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
 
उन्होंने इस साल मानसून के मौसम के दौरान ओलावृष्टि, भारी बारिश, बाढ़ के कारण प्रभावित फसल क्षेत्र का विवरण साझा किया। प्रभावित क्षेत्र में कृषि और बागवानी, दोनों फसलें शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार मानसून के दौरान ओलावृष्टि, भारी बारिश, बाढ़ के कार 1 अप्रैल से 14 जुलाई के बीच 12 राज्यों में कुल 1,58,651.077 हैक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ। यह आंकड़ा राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है।
 
कई राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी : भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय मौसमी सिस्टम के चलते कई राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी हैं। मध्यभारत, कोंकण, कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, आंध्रप्रदेश और ओडिशा में भी कुछ जगहों पर भारी बौछारें हो सकती हैं।
 
मानसून ट्रफ समुद्र तल पर अब श्रीगंगानगर, हिसार, दिल्ली, लखनऊ, वाराणसी, डाल्टनगंज, जमशेदपुर, बांकुरा होते हुए पूर्व की ओर उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक जा रहा है। चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) जो पहले दक्षिण ओडिशा पर था, अब यह तटीय आंध्रप्रदेश और उससे सटे दक्षिण ओडिशा तट पर है, और समुद्र तल से 5.8 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है।
 
एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर आंतरिक कर्नाटक से लेकर तटीय आंध्रप्रदेश के मध्य भागों तक फैली है, जो लगभग 15° उत्तरी अक्षांश पर 5.8 किमी ऊंचाई तक है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण छत्तीसगढ़ पर स्थित है, जो समुद्र तल से 1.5 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व झारखंड के ऊपर स्थित है। एक नया निम्न दबाव क्षेत्र 24 जुलाई के आसपास उत्तर बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है।
 
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान मध्यम से भारी बारिश कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक और केरल में हुई। हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ जगहों पर भारी बारिश जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तटीय आंध्रप्रदेश, लक्षद्वीप और असम में हुई। हल्की से मध्यम बारिश अंडमान-निकोबार द्वीप, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, मराठवाड़ा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा के कुछ हिस्सों और गुजरात क्षेत्र में हुई। हल्की बारिश दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों और झारखंड में दर्ज की गई।
 
आज बुधवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज बुधवार, 23 जुलाई को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल और लक्षद्वीप में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी राजस्थान, तटीय आंध्रप्रदेश, ओडिशा का दक्षिणी तट और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के कुछ हिस्से, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, पश्चिमी गुजरात, रायलसीमा और तमिलनाडु में हल्की बारिश के आसार हैं।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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