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Weather Update: IMD ने जताया भारी बारिश का अलर्ट, देश के कई हिस्सों में पहुंचा मानसून

दिल्ली में महीने के आखिरी में आएगा मानसून

हमें फॉलो करें Weather Update: IMD ने जताया भारी बारिश का अलर्ट, देश के कई हिस्सों में पहुंचा मानसून

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 27 जून 2024 (09:08 IST)
Weather Update: देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून (monsoon) की दस्तक हो चुकी है। चिलचिलाती धूप (scorching heat) से लोगों का हाल काफी बुरा था। बारिश होने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को लू से राहत मिली है, पर उमसभरी गर्मी से लोग हलाकान हैं। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान लगाया है।
 
मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाले निजी संस्थान ने बुधवार को पूर्वानुमान लगाया कि इस सप्ताहांत तक दिल्ली में मानसून पहुंच सकता है जिससे लोगों को उसम से राहत मिल सकती है। हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है कि मानसून राष्ट्रीय राजधानी में कब तक पहुंचेगा?

 
'स्काईमेट वेदर सर्विसेज' के महेश पलावत के अनुसार मानसून के 29 या 30 जून को दिल्ली पहुंचने की संभावना है। दिल्ली में मानसून का आगमन आमतौर पर 27 से 29 जून के बीच होता है। आंकड़ों के अनुसार पिछले साल मानसून से दिल्ली में 26 जून को दस्तक दी थी जबकि 2022 की पहली मानसूनी बारिश 30 जून को दर्ज की गई थी।
 
ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की मौत : भुवनेश्वर से मिले समाचार के अनुसार ओडिशा के बरगढ़ और बोलनगीर जिलों में अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली गिरने की घटना से कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
 
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। बरगढ़ के दुअनाडीही गांव में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई जबकि बोलनगीर के चौलबांजी गांव में 2 अन्य लोगों की जान चली गई।

 
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश की चेतावनी के चलते स्कूलों में छुट्टी : मंगलुरु से मिले समाचारों के अनुसार कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर गुरुवार के लिए सभी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों और आंगनवाड़ियों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
 
आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां बताया कि कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा गुरुवार सुबह 8:30 बजे तक तटीय कर्नाटक के जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किए जाने के बाद जिलाधिकारी एम.पी. मुल्लाई मुहिलन ने आज गुरुवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में सभी स्कूलों में छुट्टी रखे जाने के निर्देश दिए।

 
मौसम विभाग ने गुरुवार को तटीय कर्नाटक में भारी से बहुत भारी बारिश और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका जताई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने 28 जून से 30 जून तक भी कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ समेत सभी तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
 
आईएमडी के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में उत्तरी अरब सागर, गुजरात, मध्यप्रदेश और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के अतिरिक्त क्षेत्रों में भी मानसून के आगे बढ़ने का अनुमान है। अगले 4-5 दिनों के दौरान पश्चिमी तट और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
 
कैसा रहेगा बिहार-यूपी में मौसम : मौसम विभाग के अनुसार बिहार में अगले 2-3 दिनों में राज्य के अधिकतर जिलों में आंधी के साथ बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। दूसरी ओर यूपी में प्रवेश करने के 24 घंटे बाद बुधवार को भी मानसून ठिठका रहा। इस बीच कई शहर में दिनभर बादलों की आवाजाही लगी रही। इससे लोगों को उमसभरी गर्मी झेलनी पड़ी।
 
मानसून की उत्तरी सीमा वेरावल, राजपीपला, उज्जैन, विदिशा, सिद्धि, चाईबासा, हल्दिया, पाकुड़, साहिबगंज और रक्सौल से होकर गुजर रही है। उत्तरी अरब सागर और गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ हिस्सों, उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल हैं। अगले 2 से 3 दिनों के दौरान उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तरी पंजाब के कुछ हिस्सों और उत्तरी हरियाणा में मानसून आगे बढ़ेगा।
 
गुजरात के मध्य भागों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
 
चक्रवाती परिसंचरण से पूर्व-पश्चिम ट्रफ बनी : चक्रवाती परिसंचरण से गुजरात के मध्य भागों से लेकर मध्यप्रदेश के पार उत्तर बिहार और दक्षिण पूर्व उत्तरप्रदेश तक समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर के बीच पूर्व-पश्चिम ट्रफ बनी हुई है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा महाराष्ट्र तट से केरल तट तक फैली हुई है।
 
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक और कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश हुई। तटीय ओडिशा, सिक्किम, पूर्वोत्तर बिहार और पूर्वी उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई।
 
अनेक राज्यों में हल्की बारिश और राजस्थान में लू : पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, गुजरात, राजस्थान, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पश्चिमी उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल, रायलसीमा और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश हुई। राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में लू चली।
 
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (Skymet Weather) के अनुसार आज गुरुवार को लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा और गुजरात के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
 
सिक्किम, असम, मेघालय, ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के कुछ हिस्सों और उत्तरप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विदर्भ, मराठवाड़ा, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, रायलसीमा और तमिलनाडु में हल्की बारिश संभव है।(Photo courtesy: IMD)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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