Weather Update: मानसून ने फिर लिया ब्रेक, क्या है IMD का अलर्ट
मानसून के फिर से जोर पकड़ने के आसार, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में मूसलधार बारिश की संभावना, साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बिहार तक पड़ सकता है असर
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार पिछले 2-3 दिनों में मानसून (monsoon) की रफ्तार में कमी आई है जिससे बारिश (rain) की तीव्रता में कम हुई थी। मौसम विभाग ने अब एक बार फिर से देश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी के अनुसार पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में फिर से मूसलधार बारिश का दौर फिर शुरू होने की की संभावना है।
देश के कई हिस्सों में समय से पहले दस्तक देने वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पिछले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर से लेकर पश्चिम और दक्षिण भारत में अपना प्रचंड रूप दिखाया। केरल के साथ ही असम, मणिपुर, सिक्किम जैसे राज्यों में बाढ़ और लैंडस्लाइड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। असम और मणिपुर में तो बाढ़ ने गंभीर रूप धारण कर लिया। इसके बाद पिछले कुछ दिनों से मानसून की रफ्तार थोड़ी सुस्त पड़ गई थी।
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भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अब एक बार फिर से मूसलधार बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। नॉर्थईस्ट और दक्षिण भारत में तेज से काफी तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है। बंगाल की खाड़ी में हलचल बढ़ने और साइक्लोन जैसे हालात बनने की भी बात कही गई है। इससे मानसून की रफ्तार और तेज होगी और इसका असर बिहार तक पड़ सकता है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि मानसून बिहार जैसे प्रदेशों में कब से एक्टिव होगा। दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा जैसे राज्यों के लोगों को फिलहाल भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
बंगाल की खाड़ी में बनेगा नया सिस्टम : 11 जून को पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी (BoB) में एक चक्रवाती स्थिति बनने की संभावना है, जो 12 जून तक और सक्रिय होकर दक्षिण भारत की ओर बढ़ सकता है। इस सिस्टम के प्रभाव से 11 जून को आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में हल्की से मध्यम वर्षा की शुरुआत होगी। इसके बाद अगले 2-3 दिनों में कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता में बढ़ोतरी होगी। केरल, तटीय कर्नाटक, गोवा और कोंकण क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश संभव है। इसकी संभावना है कि 14-15 जून के आसपास बंगाल की खाड़ी के ऊपरी हिस्से में एक और चक्रवाती सर्कुलेशन विकसित हो सकता है।
चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा के ऊपर : एक चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) मध्य पाकिस्तान और उससे सटे उत्तर-पश्चिम राजस्थान पर बना हुआ है। एक और चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा के ऊपर है। उत्तर बांग्लादेश पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। दक्षिण छत्तीसगढ़ से लेकर उत्तर-पूर्व बांग्लादेश तक एक ट्रफ रेखा निचली वायुमंडलीय सतहों पर बनी हुई है। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, मराठवाड़ा और तेलंगाना के आसपास एक और चक्रवाती परिसंचरण स्थित है।
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पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश दर्ज की गई। पूर्वोत्तर भारत, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचलप्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, तटीय कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ वर्षा हुई। ओडिशा, आंध्रप्रदेश, आंतरिक कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की वर्षा दर्ज की गई।
आज शनिवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शनिवार, 7 जून को पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा तथा अंडमान और निकोबार द्वीपों में भी हल्की से मध्यम बारिश और कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। तटीय कर्नाटक और सिक्किम में छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा संभव है। आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप और दक्षिण गुजरात में हल्की वर्षा और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल, दक्षिण ओडिशा, मध्यप्रदेश और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।
तापमान की स्थिति: पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, उत्तर-पश्चिम भारत, उत्तर भारत, मध्य भारत और देश के पूर्वी हिस्सों में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि देखने को मिलेगी।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta