अर्पिता और पार्थ चटर्जी की हिरासत बढ़ाई, वकील ने कहा- मुखर्जी की जान को खतरा

Webdunia
शुक्रवार, 5 अगस्त 2022 (20:19 IST)
शिक्षक भर्ती घोटाले में कोलकाता की एक अदालत ने शुक्रवार को पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 18 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस बीच अर्पिता मुखर्जी की वकील ने कोर्ट को बताया कि उनकी जान को खतरा है। हम उसके लिए एक डिवीजन 1 कैदी श्रेणी चाहते हैं। उसके भोजन और पानी की पहले जांच की जानी चाहिए और फिर उन्हें दिया जाना चाहिए।

खबरों के अनुसार, अदालत ने पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब उन्हें 18 अगस्त को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सुनवाई के दौरान पार्थ के वकील ने कहा कि अब तक ऐसा कोई भी सामने नहीं आया, जिसने कहा हो कि पार्थ चटर्जी ने रिश्वत मांगी है।

इस बीच अर्पिता मुखर्जी की वकील ने कोर्ट को बताया कि उनकी जान को खतरा है। हम उसके लिए एक डिवीजन 1 कैदी श्रेणी चाहते हैं। उसके भोजन और पानी की पहले जांच की जानी चाहिए और फिर उन्हें दिया जाना चाहिए। इसका ईडी के वकील ने भी समर्थन किया कि कहा कि उनकी सुरक्षा को खतरा है।

गौरतलब है कि ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के आवास से जवाहरात और अन्य बेशकीमती सामान के अलावा करोड़ों रुपए नकद बरामद किए थे। पार्थ और अर्पिता धनशोधन रोकथाम अधिनियम के तहत आरोपों से जूझ रहे हैं। चटर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख