Hanuman Chalisa

प्रकाश जावड़ेकर की नसीहत, संवैधानिक संस्थाओं का आदर करना सीखें राहुल गांधी

Webdunia
गुरुवार, 17 दिसंबर 2020 (16:39 IST)
नई दिल्ली। भाजपा ने रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठक से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बहिर्गमन किए जाने पर गुरुवार को उन्हें आड़े हाथों लिया तथा उन्हें संसदीय प्रणाली और संवैधानिक संस्थाओं का आदर करने की नसीहत दी। पार्टी ने उनके इस रुख की निंदा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता यदि ऐसा नहीं करते हैं तो लोकतंत्र में उनकी भूमिका और नगण्य होती जाएगी।
ALSO READ: पुलवामा हमले को साजिश बताने वाली कांग्रेस मांगे माफी-जावड़ेकर
अपने आवास पर पत्रकारों से चर्चा में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं के प्रति उनकी कितनी आस्था है, वह कल (बुधवार को) दिखा। रक्षा समिति की बैठक से वे बाहर चले गए। यह संसदीय प्रणाली और संवैधानिक संस्थाओं का अपमान है। राहुल गांधी को संवैधानिक संस्थाओं का आदर करना सीखना चाहिए, नहीं तो लोकतंत्र में उनकी भूमिका और नगण्य होती जाएगी।
ALSO READ: जावड़ेकर बोले, एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक का भविष्य सुनहरा
ज्ञात हो कि राहुल गांधी और कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने समिति की बैठक से बुधवार को यह आरोप लगाते हुए बहिर्गमन किया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे की बजाय सशस्त्र बलों की वर्दी पर चर्चा में समय बर्बाद किया जा रहा है।
 
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी समिति के समक्ष लद्दाख में चीन की आक्रामकता और सैनिकों को बेहतर उपकरण उपलब्ध कराने से जुड़े मुद्दे उठाना चाहते थे, लेकिन समिति के अध्यक्ष जुएल उरांव (भाजपा) ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि समिति की बैठक का एजेंडा तय करने के लिए पहले बैठक होती है लेकिन राहुल गांधी उसमें नदारद थे।
ALSO READ: किसान आंदोलन पर प्रकाश जावड़ेकर का बड़ा बयान, राजनीतिक दलों के समर्थन को बताया पाखंड
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पहले अनुपस्थित रहेंगे, अपना जो एजेंडा चाहते हैं वो बताएंगे नहीं और फिर अचानक आकर कहेंगे कि महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा नहीं हो रही है। जावड़ेकर ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में समिति की 14 बैठकें हुई हैं और राहुल गांधी सिर्फ 2 में ही उपस्थित थे।
 
उन्होंने कहा कि 14 में से 12 बैठकों में वे अनुपस्थित रहेंगे और दोष देंगे सारी व्यवस्था को। भाजपा पर आरोप लगाएंगे। जब संप्रग सत्ता में था तब उन्होंने मनमोहन सरकार की कैबिनेट में लिए गए फैसले की प्रति पत्रकार वार्ता में फाड़ी थी और उसे कचरे की टोकरी में डाल दिया था। यह संवैधानिक संस्थाओं के प्रति उनकी आस्था को दर्शाता है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Putin India Visit : पुतिन के भोज में थरूर को आमंत्रण, राहुल गांधी और खरगे को नहीं बुलाने पर कांग्रेस नाराज, सुनना थी अंतरात्मा की आवाज

क्यों हो रही है indigo की उड़ानें रद्द, FDTL रद्द, जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का गठन, कब सामान्य होंगे हालात

Vladimir Putin: व्लादिमीर पुतिन कैसे बने रूस की जासूसी संस्था KGB के जासूस?

putin india vist Updates : PM मोदी और पुतिन के ऐलान के बाद उड़ी पाकिस्तान की नींद, रूस और भारत में क्या हुआ समझौता

Vladimir Putin के भारत दौरे से तिलमिलाया अमेरिका, ट्रंप ने करीबी की कंपनी पर ठोंका 71 लाख डॉलर का जुर्माना

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: मुंबई में 109 फ्लाइट रद्द, इंडिगो में अव्यवस्थाएं बरकरार

पाक अफगान सैनिकों के बीच रातभर हुई गोलीबारी, कई लोग घायल

वाह रे डोनाल्ड ट्रंप! खुद ही उठाकर पहन लिया फीफा शांति पुरस्कार

Indigo संकट बरकरार, आज भी कई उड़ानें रद्द, यात्रियों के निकले आंसू, कई जगह हंगामा

डोनाल्ड ट्रंप को पूर्व US अधिकारी की लताड़, कहा- भारत रूस को निकट लाने के लिए मिले नोबेल पुरस्कार

अगला लेख