नई दिल्ली। जनता दल (यू) (शरद गुट) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने विभिन्न योजनाओं को आधार संख्या से जोड़ने के सरकार के निर्णय का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि इससे इन दिनों बीमार चल चल रहे जाने-माने समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नाडीस की पत्नी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि फर्नाडीस के बैंक खाते को आधार संख्या से जोड़ने को लेकर उनकी पत्नी लैला कबीर को हाल में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कबीर जब अधिकारियों के यहां आने जाने से परेशान हो गई तो अपनी बात रखने दो बार उनके पास आई।
उन्होंने कहा कि फर्नाडीस के मामले को उच्च स्तर पर उठाया गया तब जाकर उनकी समस्या का समाधान हुआ। उन्होंने कहा कि फर्नाडीस जैसे व्यक्ति को सरकारी व्यव्स्था को लेकर जूझना पड़ा है तो आम लोगों की दिक्कतों का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है। फर्नाडीस इन दिनों बीमार हैं और अपनी याद्दाश्त खो चुके हैं।
यादव ने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली, वृद्धावस्था पेंशन योजना तथा कई अन्य योजनाओं को आधार संख्या से जोड़ने को लेकर बुजुर्गों, गरीब मजदूरों, बीमार लोगों तथा विकलांगों को भारी परेशानी हो रही है। देश में अनाज का भंडार भरा है लेकिन आधार कार्ड नहीं होने के कारण लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली से अनाज नहीं मिल रहा है और वे भूख से मर रहे हैं।
जद यू नेता ने कहा कि कठिन परीश्रम करने वाले मजदूरों के अंगूठे की लकीरें बदल जाती है जिसके कारण आधार को लेकर उन्हें बार बार दफ्तरों के चक़्कर लगाने पड़ते हैं। उच्चतम न्यायालय ने भी आधार कार्ड को अनिवार्य नहीं माना है। ऐसे में सरकार को इस मुद्दे पर पुनर्विचार करना चाहिए और आधार की व्यवस्था को हटाया जाना चाहिए। (वार्ता)