नई दिल्ली। किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के लिए लोकसभा में 2 मिनट के मौन की घोषणा करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ शुक्रवार को विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया गया। लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों - डॉ. संजय जायसवाल, निशिकांत दुबे, पी पी चौधरी और मीनाक्षी लेखी ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
सदन में निजी सदस्यों के संकल्प पर चर्चा के बाद भाजपा के डॉ. संजय जायसवाल ने विशेषाधिकार हनन का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि संसदीय कामकाज की अपनी स्थापित परम्परा है और उन परम्पराओं और मूल्यों को धता बताते हुए कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी ने सदन में 2 मिनट का मौन रखने का आदेश जारी किया, जो विशेषाधिकार हनन है।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि यदि गांधी को किसानों की मौत को लेकर मौन धारण करवाना था तो वह संबंधित अनुरोध अध्यक्ष ओम बिरला से करते। लेकिन गांधी ने बजट चर्चा में अपना सम्बोधन देने के बाद 2 मिनट के लिए मौन धारण करने का सदस्यों से अनुरोध किया, जिसके परिणामस्वरूप कांग्रेस तथा कुछ अन्य दलों के सदस्य अपनी सीट पर खड़े हो गए।
डॉ. जायसवाल ने कहा कि ऐसा करके गांधी ने संसद की गरिमा का हनन किया है और विशेषाधिकार हनन नोटिस पर विशेषाधिकार समिति में विचार किया जाना चाहिए।
भाजपा के ही राकेश सिंह ने कहा कि गांधी का आचरण असंसदीय है। यदि उन्हें कोई मौन चाहिए था तो अध्यक्ष से आग्रह करना चाहिए था।
यह कांग्रेस का कार्यालय नहीं, बल्कि संसद है और यहां की अपनी कुछ गरिमा और परम्परा है। भाजपा के ही पीपी चौधरी ने भी गांधी और उनका साथ देने वाले सदस्यों के आचरण को संसदीय मर्यादा के खिलाफ करार दिया। (वार्ता)